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कृषि विभाग की टीम ने किया टमाटर की फसल का सर्वे

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- जिले के सिलोर गांव में इन दिनों अज्ञात रोग की चपेट में आकर नष्ट हुई टमाटर की फसलों का गुरुवार को कृषि विभाग बूंदी व कोटा की संयुक्त टीम ने सर्वे किया। सर्वे टीम ने खेतों में पहुंच कर फसल खराबे का जायज़ा लिया। जिसमे टमाटी की महीने डेढ महिने की फसल में रोग का प्रकोप ज्यादा देखा गया। वहीं चुनिंन्दा खेतो में रोग का असर कम दिखाई दिया। सर्वे टीम में उपनिदेशक उद्यान बून्दी राधेश्याम मीणा, सहायक निदेशक उद्यान कोटा सत्यप्रकाश मीणा, कृषि अनुसंधान अधिकारी एटीसी बून्दी कमलसिंह, कृषि अनुसंधान अधिकारी कोटा जितेन्द्र धाकड़, विषय विशेषज्ञ कोटा इंद्रा यादव, उद्यान बून्दी एएओ सीताराम मीणा, एएस बून्दी हेमराज मीणा तथा एएस बून्दी सीएडी राकेश वर्मा सम्मिलित रहे।
गौरतलब हैं कि पिछले दिनों अज्ञात रोग की चपेट में आने से सिलोर काछीपुरा क्षेत्र में बोई गई 1000-1200 बीघा टमाटर की फसल बर्बाद हो गई थी। ग्रामीणों ने टमाटर की फसल का सर्वे करवाने और टमाटर की फसल में हुए नुकसान का मुआवजा दिलावाने की मांग को लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन भी दिया था। हर साल जिले के अकेले सिलोर, काछीपुरा में 1000-1200 बीघा टमाटर की खेती होती है। देश के कई राज्यों के खरीदार सीधे गांव में खेतों से ही माल खरीद कर ले जाते है।

इनका कहना है

चुनिन्दा खेतों को छोड़कर बाकि बोयी गई टमाटर की फसल में लगभग सौ फीसदी खराबा हुआ है। खराबे की रिपोर्ट बनाकर आगे भेजी जायेगी। साथ ही किसानों को दवाई पर अनुदान उपलब्ध करवाने के लिये लिखा जाएगा।
महेश शर्मा, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग कोटा