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शैल चित्र श्रंखला की खोज के 50 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष आवरण किया जारी Special cover released on completion of 50 years of discovery of rock paintings series

 इन्दौर.Desk/ @www.rubarunews.com>> विश्व की सबसे लंबी शैल चित्र श्रंखला की खोज के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारतीय डाक विभाग, इंदौर जीपीओ के द्वारा सोमवार को विशेष आवरण एवं विशेष विरूपण जारी किया गया।  विशेष आवरण के विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पोस्टमास्टर जनरल इंदौर परिक्षेत्र ब्रजेश कुमार रहे। कार्यक्रम की अध्‍यक्षता प्रवर अधीक्षक, डाकघर, इंदौर नगर संभाग  दिनेश डोंगरे ने की। कार्यक्रम के विशेष अतिथि राजेश कुमावत सहायक निदेशक, इंदौर, ओ.पी. चौहान अधीक्षक डाकघर इंदौर नगरेतर मंडल एवं श्रीमती एम. जयश्री वरिष्ठ पोस्टमास्टर इंदौर जीपीओ रहे।

शैल चित्र श्रंखला की खोज के 50 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष आवरण किया जारी Special cover released on completion of 50 years of discovery of rock paintings series

      चतुर्भुज नाला शैल चित्र मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में गांधीसागर के समीप अरावली पर्वतमाला की तलहटी में स्थित है। ये शैल चित्र 4 से 5 किलोमीटर क्षेत्र में फैले हुये हैं जिसे रॉक आर्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया ने विश्व की सबसे लंबी शैल चैत्र श्रंखला के रूप में मान्यता दी है। लगभग 25 हजार वर्ष से अधिक पुराने चतुर्भुज नाला शैल चित्र प्रागैतिहासिक काल के हैं, जिसकी खोज भ्रमण के दौरान स्थानीय शिक्षकों के द्वारा वर्ष 1973 में की गयी थी। चतुर्भुज नाला शैल चित्रों की विषय-वस्तु मानव और पशु विशेष रूप से हाथी, बाइसन, हिरन, लोमडी, गाय, बैल और जलचर हैं। ये शैल चित्र दैनिक जीवन की झलक दिखाते हैं जैसे चरवाहा, शिकार, पशु की सवारी आदि। इन शैल चित्रों को बनाने में पशुओं के रक्त, हड्डियों के पाउडर और वसा का उपयोग किया जाना प्रतीत होता है।

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती पूजा पाठक ने किया एवं श्रीमती नेहा श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में अधिकारीगण श्रीनिवास जोशी , उमाकांत शाक्यवार,  अशोक जखोडे एवं वरिष्ठ फिलाटेलिस्ट  रविन्द्र पहलवान, उमेश नीमा आदि उपस्थित थे।