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चम्बल नदी के अवैध रेत पर प्रभावी कार्रवाही करें – मुख्य सचिव श्रीमती राणा

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-सोमवार को मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने चम्बल संभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि चम्बल नदी के अवैध रेत पर प्रभावी कार्रवाही करें। कार्रवाही का इंपेक्ट दिखना चाहिये। एनआईसी कक्ष मुरैना में चम्बल संभाग के कमिश्नर  दीपक सिंह, आईजी  सुशांत सक्सेना, डीआईजी  कुमार सौरभ, कलेक्टर मुरैना  अंकित अस्थाना, कलेक्टर भिण्ड  संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर श्योपुर  संजय कुमार, पुलिस अधीक्षक मुरैना  शैलेन्द्र सिंह चौहान, पुलिस अधीक्षक भिण्ड  असित यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्योपुर  सतेन्द्र सिंह तोमर, डीएफओ मुरैना  स्वरूप दीक्षित सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने वीसी के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश दिये कि मुरैना, श्योपुर और भिण्ड में अवैध रेत उत्खनन पर प्रभावी कार्रवाही की जाये, चम्बल के एक किलोमीटर की दूरी तक मायनिंग के पूरे नियमों का पालन होना चाहिये। जो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है, उसमें कहीं कोई लापरवाही न मिले। उन्होंने कहा कि मुरैना जिले में रेत भण्डारण के लिये 8 लायसेंस स्वीकृत किये गये है, जहां पर वैध खदानों से लाकर रेत खनिज स्टॉक कर आम आदमी एवं शासकीय कार्यो की पूर्ति की जा रही है। इसी प्रकार भिण्ड जिले में और मुरैना जिले में प्रस्तावित 6 रेत खदानों को चिन्हित किया गया है, जिन पर अग्रिम कार्यवाही भोपाल स्तर पर की जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय टास्क फोर्स मीटिंग मुरैना एवं धौलपुर की प्रतिमाह एक बार एवं जिला स्तर पर दो बार होती है। इसी प्रकार श्योपुर में भी लगातार कार्यवाही होनी चाहिये।
चम्बल कमिश्नर  दीपक सिंह ने अवगत कराया कि मुरैना में एक कंपनी अवैध रेत उत्खनन के लिये प्राप्त हुई है। जिसको कार्यवाही करने के लिये उपयोग किया जा रहा है, आगे से इस कार्यवाही को और तेज किया जायेगा।
कलेक्टर मुरैना  अंकित अस्थाना ने बताया कि यहां कुल 45 बड़े घाट है, जिनमें से 13 से 14 ऐसे घाट है, जिनमें अवैध उत्खनन चलता है। तो मेजर राजघाट, बरबासीन है। वहां इस एक्स्ट्रा कंपनी को लगाकर उत्खनन रोका था, लेकिन चुनाव की वजह से कंपनी चली गई। उस समय एसएसटी भी लगी थी तो उत्खनन को नियंत्रित कर पा रहे थे, लेकिन चुनाव के बाद समस्या आ रही है। राजघाट में रात के कोहरे की वजह से भी चैकिंग में समस्या आ रही है, अगर हमें एक्स्ट्रा कंपनी मिल जाती है तो प्रभावी रूप से कार्यवाही की जा सकती है।
मौके पर भिण्ड एवं श्योपुर कलेक्टर ने भी अपने विचार वीसी में प्रस्तुत किये।