ताजातरीनराजस्थान

कार सेवक कन्हैयालाल सैनी की रामलला दर्शन की आस रह गई अधूरी

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-1992 की कार सेवा के कार सेवक रहे सेवानिवृत अध्यापक कन्हैयालाल सैनी 22 जनवरी को होने वाले श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर अत्यंत उत्साहित थे। कार सेवक कन्हैयालाल सैनी जिस उद्देश्य को लेकर 1992 में कारसेवा करने गए थे, वह पूरा होने जा रहा हैं। सैनी की इच्छा जल्दी ही अयोध्या जाकर राम लाला के निज मंदिर में दर्शन करने की थी, लेकिन उनकी यह इच्दा अब अधुरी रह गई। शनिवार सुबह बालचंदपाड़ा तेजाजी मंदिर के सामने स्थित सैनी के निवास पर उनका आकस्मिक निधन हो गया। कन्हैयालाल सैनी पूर्ण रूप से स्वस्थ थे। अचानक उनके चले जाने से हर कोई स्तब्ध रह गया।
22 जनवरी को होना था सम्मान
वरिष्ट वार्ड पार्षद मनीष सिसोदिया ने बताया कि श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के मौके पर बुलबुल के चबूतरे पर कार सेवकों का सम्मान किया जाना था, जिसमें कारसेवक कन्हैया लाल सैनी का भी सम्मान होना था। जिसकी तैयारी भी जोर शोर से चल रही थी। लेकिन आज कन्हैयालाल सैनी एक दबंग शिक्षक नेता, गणेश व्यामशाला के एक वरिष्ठ पहलवान व स्वयंसेवक होने के साथ कई सामाजिक, धार्मिक संगठन के सहयोगी रहे। उनके यूं अकस्मात चले जाने से सोहन भारद्वाज, चतुर्भुज महावर, नंदलाल, राजेंद्र सोनी, मनीष सिसोदिया, मनमोहन अजमेरा, संदीप, राजकुमार बैरागी सहित कई लोगों ने शोक व्यक्त किया है।