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“अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को  देय- ऐसा है मध्य प्रदेश का तबादला उद्योग

श्योपुरDesk/ @www.rubarunews.com>> “अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपने को  देय” जी हां मध्यप्रदेश शासन में इस तरह की लोकोक्ति को चरितार्थ कर रहे हैं शासन के मंत्री व जिम्मेदार पदों पर बैठे हुए अधिकारी जिन्हें नहीं मालूम कि उनके विभाग में कौन कौन कर्मचारी कहा कहा पदस्थ हैं। मध्यप्रदेश शासन का एक ऐसा ही मामला देखने में आया है। जिसमे स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह ने दिनांक 31.08.2021 को जारी स्थानांतरण सूची में सरल क्रमांक ०३ पर श्री विद्याराम धाकड़ प्राचार्य का स्थानांतरण धावड़ी विकासखंड खालवा (खंडवा) से ट्रायबल विकासखंड कराहल के उच्च .माध्य. विद्यालय खिरखिरी में स्वेच्छा से कर दिया, जबकि आदिम जाति कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव डा. पल्लवी जैन गोविल द्वारा दिनांक 07.08.2021 को जारी सूची के सरल क्रमांक १३ पर अंकित श्री विद्याराम धाकड़ का स्थानांतरण पहले किया जा चुका है। स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश शासन में बिना किसी नीति नियमो के सिर्फ लेटर पेड़ पर सिफारिश व सेवा शुल्क के आधार पर मनमाने तरीके से स्थानांतरण किए जा रहे हैं। ज्ञात रहे पूर्व में मुख्यमंत्री को विधायको व सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के जरिए स्थानांतरण की सिफारिश करने की शिकायत के चलते जांच कर स्थानांतरण करने में देरी करनी पड़ी थी। लेकिन उक्त प्रकरण को देख कर लगता हैं शासन में फर्जीवाडा चरम पर है। इसी स्थिति में मुख्यमंत्री कैसे निबटते हैं। या फिर आंखे मूंदे रहते हैं ये देखना बाकी हैं।

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