लोग घरों से बाहर न निकलें, कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करें अन्यथा कठोरता अपनानी होगी -राज्यपाल
जयपुर.Krishnakantrathore/ @www.rubarunews.com>> राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि ‘‘ इस समय पूरे प्रदेश भर में लॉक डाउन है। इसका तात्पर्य है कि कोई अपने स्थान से, घर से बाहर नहीं जायेगा। जहां है, वही रहे। तब ही कोरोना जैसी महामारी से विजय प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन दो दिन से मैं मीडिया पर देख रहा हूं कि कई स्थानो, कई शहरों में लोगों ने लापरवाही की है। घर से बाहर निकले हैं। मना करने के बाद भी नही मान रहे हैं। यह दुःखद है। ‘‘
राज्यपाल ने कहा है कि ‘‘ आप घर पर रहेगें तो कोरोना से मुक्त रहेंगे। प्रदेश को भी कोरोना से मुक्त रखने में अपनी भूमिका निभायेंगे। बाहर जाकर एक तरफ से आप कोरोना को आमन्ति्रत कर रहे हैं। कोरोना आप के लिए खतरनाक है। प्रदेश के लिए खतरनाक है। ‘‘
श्री मिश्र ने कहा कि ‘‘मेरा आप सभी से कहना है कि जो जहां है, वहीं रहे। 31 मार्च तक घर पर रहने के लिए कहा गया है, तो इसका अनिवार्य रूप से पालन करें। सुविधाओं की सूचना आपको मिल रही है। उसका उपयोग करें लेकिन अपने घर से बाहर कदापि न जायें।‘‘
राज्यपाल ने कहा कि ‘‘ इस समय कफ्र्यू की स्थिति है। इसलिए बाहर न निकलें। यदि आप लोग स्वयं नियन्त्रण नही करेंगे तो कठोरता अपनानी होगी। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से वार्ता की। नव संवत्सर, नवरात्र और चेटीचण्ड महत्वपूर्ण त्यौहार हैं। घर पर ही रह कर आराधना करेंं । घर से बाहर न निकले। प्रदेश को इस महामारी से उबारने मैं सहयोग करें। ‘‘ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री सचिन पायलेट ने राज्यपाल श्री कलराज मिश्र को दूरभाष पर राज्य के विभिन्न जिलों के हालात के बारे में बताया।
नव संवत्सर और चेटीचण्ड के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने लोगों का आह्वान किया है कि नव संवत्सर और चेटीचण्ड पर घर से बाहर नही निकलने के लिए सभी संकल्प लें ताकि हम सभी एकजुट होकर कोरोना वायरस से लड सकें। राज्यपाल श्री मिश्र ने प्रदेश, देश व दुनिया को कोरोना वायरस से मुक्त करने के लिए पूजा अर्चना कर ईश्वर से प्रार्थना की है।
राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा है कि इस समय कोरोना वायरस से पूरी दुनिया प्रभावित है। मेरा प्रदेशवासियों से आग्रह है कि सभी लोग कोरोना वायरस महामारी से प्रदेश, देश और दुनिया से भगाने के लिए ईश्वर से आराधना करें। उन्होंने कहा कि लोग घरों से बाहर न निकलें। अपने घरों में ही बैठकर नवरात्रा और चेटीचण्ड की पूजा – अर्चना करें। राज्यपाल ने कहा है कि खुद को बचाये और देश को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करें।
राज्यपाल ने कहा है कि चैत्र शुक्ला प्रतिपदा से नव संवत्सर का प्रारंभ ऋतु संधि के साथ- साथ हमारे जीवन में नई आशा और स्फूर्ति का संचार करता है। श्री मिश्र ने विक्रम संवत् 2077 में प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की है। उन्होने कहा कि मेरी शुभकामनाएं हैं कि राजस्थान प्रदेश का प्रत्येक नागरिक निरोग रहे, स्वस्थ रहे और राज्य में चहुंओर खुशहाली का वातवरण बनें।
राज्यपाल ने कहा है कि ‘‘वरूण अवतार भगवान झूलेलाल की आराधना में मनाये जाने वाले चेटीचण्ड का विशेष महत्व है, जिन्होंने समाज में सद्भाव, समानता, भाईचारे और मैत्री का संदेश देकर नैतिक और मानवीय मूल्यों की राह दिखाई थी। उनके संदेश समाज के लिए आज भी प्रासंगिक हैं।‘‘
राज्यपाल ने लोगों से अपील की है कि इस वक्त प्रदेश के गरीब ओर असहाय लोगों की मदद करने की आवश्यकता है। नव संवत्सर के अवसर पर आप सभी मदद के लिए आगे आयें और नवरात्र पर लोगों की सहायता करने का प्रण लें। राज्यपाल ने समर्थ लोगाें से आह्वान किया है कि लोग ‘‘ राज्यपाल राहत कोष ‘‘ में धनराशि दान स्वरूप दे सकते हैं।