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सेल्फ डिफेंस का तात्पर्य शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत होना

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- राजकीय महाविद्यालय बून्दी में आयोजित किए जा रहे छात्रा जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही बसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती का पूजन भी किया गया। इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. अनीता यादव, डॉ. पूर्ण चंद्र उपाध्याय एवं डॉ. आशीष श्रृंगी ने महाविद्यालय परिवार की उपस्थिति में मां सरस्वती का पूजन किया तथा संगीत विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना का गायन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने बसंत पंचमी के सामाजिक सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश भी डाला।
वहीं शारीरिक शिक्षक अंजली शर्मा एवं अवनिका बिश्नोई ने छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देते हुए आत्मविश्वास को आत्मरक्षा का प्रथम सोपान बताया। उन्होंने कहा कि सेल्फ डिफेंस का तात्पर्य है शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत होना, ताकि आपातकालीन स्थिति में महिलाएं स्वयं को सुरक्षित रखने में सक्षम हो सके। इन्होंने छात्राओं को खेल, प्राणायाम, योग, मेडिटेशन को अपने जीवन-शैली का अभिन्न अंग बनाने पर बल दिया। इस अवसर पर सुरक्षा सखी योजना, गरिमा हेल्पलाइन नंबर (8764868200), महिला हेल्पलाइन नंबर (1090) इत्यादि के बारे में बहुमूल्य जानकारी छात्राओं को दी गई। साथ ही साथ प्रदर्शन विधि द्वारा छात्राओं को विषम-स्थिति में आत्मरक्षा की आत्मरक्षा की छोटी-छोटी उपयोगी ट्रिक्स भी बताई गई।
विषम परिस्थितियों में करे स्वयं अपना बचाव
वहीं राजकीय कन्या महाविद्यालय बूंदी में महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में “छात्रा जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम“ के तहत प्राचार्य डॉ. संदीप यादव की अध्यक्षता में साइबर सुरक्षा तथा आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित हुआ। जिसमें प्राचार्य डॉ. संदीप यादव ने साइबर सुरक्षा तथा आत्मरक्षा की जानकारी को छात्राओं के लिए विषम परिस्थितियों में अत्यंत उपयोगी बताया और कहा कि ट्रेनर द्वारा बताए गए प्रत्येक ट्रिक और सावधानियों को ध्यानपूर्वक समझे, ताकि विषम परिस्थितियों में अपना बचाव कर सके।
इस मौके पर डायरेक्ट हेल्थ अगेंस्ट रिलेशन एंड एस्ट्रोसिटीज सोसाइटी के प्रवीण गोस्वामी ने साइबर अपराध के प्रति जागरूक करते हुए साइबर सुरक्षा की जानकारी छात्राओं को दी। वहीं आत्मरक्षा कार्यशाला में ब्लैक बेल्ट शिल्पा जैन ने कन्या महाविद्यालय की छात्राओं को किक, पंच, ब्लॉक के बारे में खुलकर प्रायोगिक ढंग से समझाया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉक्टर मनीलता पचानौत ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 96 से लेकर 106 तक की धारा में सभी को आत्मरक्षा के अधिकार के उपयोग की स्वतंत्रता दी गई है।