राजस्थान

बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करना हमारी संस्कृति It is our culture to arrange food and water for the dumb animals and birds

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> बेजुबान पशु-पक्षियों की रक्षा करना और विशेषकर गर्मी के दिनों में इनके लिए दाना पानी की व्यवस्था करना हमारी संस्कृति और धर्म है। इसी उद्देश्य को लेकर माहेश्वरी समाज से जुड़े सदस्यो ने गुरुवार को “एक परिंडा मेरा भी“ अभियान के तहत बेजुबान परिंदों के लिए पानी के परिण्डे बांधने की शुरुआत कर उनके निरन्तर दाना-पानी की व्यवस्था का संकल्प लिया। इस अभियान के तहत अलग-अलग स्थानों पर आधे दर्जन से अधिक पेड़ो पर परिण्डे बांधकर सदस्यो ने नियमित रूप से परिंदों की सार-संभाल लेने व पानी भरने की प्रतिबद्धता दोहराई। वही पशु चिकित्सालय एवं जंगम की बगीची में गौ संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लेते हुए चारा, घुघरी एवं बाणगंगा क्षेत्र पहुंचकर बंदरो को सब्जियां खिलाई।

बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करना हमारी संस्कृति It is our culture to arrange food and water for the dumb animals and birds

परिण्डे बांधने के अवसर पर उपस्थित सदस्यों ने कहा कि प्रकृति के संतुलन के लिए पक्षियों को बचाना आवश्यक हैं। इन जीवों को बचाना और इन्हे प्यार देना हमारा दायित्व हैं। पक्षियों का जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक हैं। इस दौरान सभी ने आमजन से भी अपने-अपने घरों पर परिंदों के लिए परिण्डे बांधने की अपील की। इस अवसर पर माहेश्वरी पंचायत संस्थान के पूर्व अध्यक्ष जगदीश जैथलिया, जिला माहेश्वरी सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष विजेन्द्र माहेश्वरी, कैलाश बहेडिया, द्वारका जाजू, महेश क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. के अध्यक्ष संजय लाठी व सचिव नारायण मंडोवरा, जगदीश लड्ढा, धर्मेन्द्र जैथलिया, श्याम सोनी, भगवान मंडोवरा, युवा संगठन के पूर्व सचिव शुभम बाहेती, राजकुमार माहेश्वरी, हरीश सोमानी मौजूद रहे।