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अधिकारों के इस युग में कर्तव्य का निर्वहन सबसे महत्वपूर्ण – चन्द्रेश तिवारी

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> राजकीय महाविद्यालय बूंदी में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान उच्च शिक्षा जिला इकाई बूंदी के तत्वावधान में कर्तव्य बोध दिवस का आयोजन प्रोफेसर अनिता यादव की अध्यक्षता में किया  गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कोटा जिला इकाई सचिव प्रोफेसर चंद्रेश पारीक, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर संदीप यादव, तथा एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आशुतोष बिरला रहे।

अधिकारों के इस युग में कर्तव्य का निर्वहन को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए मुख्य वक्ता चंद्रेश तिवारी ने कहा कि आज हमें स्वामी विवेकानंद जी और सुभाष चन्द्र बोस के कर्तव्य परायण जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस के जीवन के उदाहरणों से समाज में कर्तव्य की भावना को जागृत करने का आह्वान किया। इस बारे में महासंघ की के ध्येय वाक्य को विभिन्न उदाहरणो से स्पष्ट किया। इस  दौरान डॉ आशुतोष बिरला ने रामायण के प्रसंग के माध्यम से समाज में कर्तव्य की भावना और इसमें शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्र की उन्नति का मार्ग शिक्षा के माध्यम से प्रशस्त हो सकता है, इसमे शिक्षक सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। प्रोफेसर संदीप यादव ने कर्तव्यों को वर्तमान संदर्भ में स्पष्ट किया और सभी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में विषय प्रवर्तन प्रोफेसर पूर्ण चन्द्र उपाध्याय ने किया तथा संचालन प्रोफेसर आलोक श्रीवास्तव ने किया।