क्राइममध्य प्रदेश

संतोष जैन हत्याकांड में मृतक की पत्नी बोली…आरोपी के परिजन भी दोषी

थाना प्रभारी ने की एक पक्षीय कार्यवाही, आक्रोशित होकर मृतक के परिजनों ने लगाया चक्काजाम
भिण्ड। गत 30 नवम्बर को हुई संतोष जैन की हत्या के मामले में सोमवार को खाींचतान हो गई। सोमवार की सुबह मृतक की पत्नी रीना जैन व अन्य जैन समाज के लोग पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने आरोपी रिंकू शिवहरे का पिता सीताराम व उसके अन्य परिजनों आरोप लगाया और पुलिस को बताया कि मेरे बेटे रिषभ की बांह पकडक़र जान से मारने की धमकी दे रहे है। आरोपी के पिता व अन्य परिजन कट्टा लेकर आए थे। यह बात पुलिस ने अनसुना कर दिया। जिससे आक्रोशित होकर मृतक की पत्नी सहित परिजनों ने सुबह 11 बजे मेहगांव हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। फरियादिया मृतक की पत्नी ने आरोपी के परिजनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पति सन्तोष जैन को रिंकू उर्फ हरिमोहन शिवहरे तथा उसके परिवार के सदस्यों सीताराम शिवहरे पुत्र माताप्रसाद शिवहरे, रिंकू शिवहरे की मॉ ऊषा पत्नी सीताराम भाई श्याम शिवहरे व शंकर शिवहरे पुत्रगण सीताराम के द्वारा हत्या की गई है। पीडि़ता ने आरोपी के परिजनों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है साथ ही थाना प्रभारी की एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप लगाते हुए बर्खास्त कर जांच करने की मांग की है। मामले की जानकारी गोहद एसडीओपी नरेन्द्र सोलंकी पर पहुंची तो उन्होंने जैन समाज के नेता रविसेन जैन के साथ मौके पर पहुंचकर पीडि़ता से बातचीत की और कहा कि आरोपी पक्ष के परिजनों पर मारपीट की धारा 323, 294,506, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही एसडीओपी ने घटना में मौजूद शस्त्र को निलंबित करने का भी आश्वासन दिया। काफी समझाईश के बाद परिजनों व जैन समाज के लोगों ने चक्काजाम खोला।


दोनों पक्षों में पूर्व से चली आ रही थी रंजिश
यह कि माह जुलाई 2021 में मेरे पति सन्तोष जैन से अपने गांधी रोड मेहगाव स्थित मकान को हरी शिवहरे पुत्र मुन्ना शिवहरे को खाद की दुकान हेतु किराये पर दिया गया था। उका पात पर से हरिमोहन शिवहरे उर्फ रिकू बौखला गया और पूरा परिवार मेर घर के दरवाजे पर आकर ऊषा शंकर व श्यामू ने मेरे पति को मुझे मेरी सास हीराबाई का इस बात की टीस थी कि तुमने हमारे दुश्मन को दुकान किराये पर दी है इसे खाली करवा दो नहीं तो तुम्हें काट कर बोरा में भरकर फेंक देंगे फिर हरिमोहन के नाई रामू शिक्टर ने मेरे पति को फोन पर धमकी दी कि इसका परिणाम बहुत गम्भीर होगा। उक्त घटना के समय मोहल्ले के रबिन्द्र सिंह परमार व मेरा भाई राजकुमार जैन मौजूद थे मोहल्ले वालों ने उक्त घटना देखी है। और मोहल्ले वालों ने समझाबुझा कर मामला शांत करवा दिया था। आरोपीगण इसी रंजिश को लेकर रिंकू उर्फ हरिमोहन जो कि पहले से ही आपराधी किस्म का व्यक्ति होकर पूर परिवार ने साजिस कर मेरे पति की हत्या की गयी है और उक्त अपराध में पुलिस ने आरोपी हरिमोहन का विस्तार किया गया है परन्तु अपने पूरे ेपरिवार के बचाने के लिये आरोपी स्वयं हत्या करना स्वीकार कर रहा है जब कि उक्त हत्या में परिवार के सीताराम शिवहरे पुत्र माताप्रसाद शिवहरे, रिंकू शिवहरे की माँ ऊषा पत्नी सीताराम भाई श्याम शिवहरे व शंकर शिवहरे पुत्रगण सीताराम शामिल है।
मृतक के परिजनों ने थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक के परिजनों ने मेहगांव थाना प्रभारी पर आरोपी पक्ष की मदद करने का आरोप लगाते हुए सबूत छिपाने के आरोप लगाए है। पीडि़ता का कहना है कि आरोपी को पकड़े जाने के बाद पुलिस ने साक्ष्य को विवेचना में छोड़ दिए। आरोपी के खिलाफ सबूत नहीं जुटाए। पीडि़ता का कहना है कि इस मामले में पुलिस आरोपी पक्ष से मिली हुई है। मेरे पति का मोबाइल व कार की चाबी भी पुलिस आरोपी से बरामद नहीं कर सकी है। अब आरोपी के पिता और अन्य परिजन मेरे बेटे को मारने की धमकी दे रहे है। इस पर भी पुलिस आरोपी पक्ष की ओर दिख रही है। पीडि़ता ने इस दौरान मेहगांव थाना प्रभारी डीबीएस तोमर को हटाए जाने की मांग की। साथ पूरे मामले की जांच कराने की बात कही।