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समाज में जब तक विद्या भारती है तब तक संस्कृति एवं संस्कार जीवित है- न्याती

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-विद्या भारती शिक्षण संस्थान द्वारा आदर्श विद्या मंदिर में वर्ष पर्यंत होने वाली गतिविधियों को एक मंच पर प्रस्तुत करने हेतु वार्षिकोत्सव का आयोजन समाज सेवी उमा न्याती के मुख्यातिथ्य और सह आचार्य आशुतोष बिरला की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में विद्या भारती झालावाड़ के सहसचिव रामस्वरूप लोधा मंचासीन रहे।
मुख्य वक्ता रामस्वरूप लोधा ने भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठतम संस्कृति बताते हुए इसे अपना कर इस देश को पुनः स्वर्ण सिंहासन पर आसीन करने का आग्रह किया। मुख्यातिथि पूर्व छात्रा उमा न्याती ने कहा कि जब तक विद्या भारती है तब तक संस्कृति एवं संस्कार जीवित है। संस्कार की पावन परम्परा को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने के लिए विद्या भारती सदैव तत्पर रही है। आज इस वार्षिकोत्सव में भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों की झलक स्पष्ट दृष्टिगोचर हो रही है। अध्यक्षता कर रहे डॉ. आशुतोष बिरला ने अपने आशीर्वचन से सभी भैया-बहिनों का उत्साहवर्धन किया।
विद्यालय के छात्र छात्राओं ने विद्या भारती के पांच आधारभूत विषय शारीरिक, योग, संगीत, संस्कृत एवं नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा पर देशभक्ति एवं देव भक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। समारोह में संस्कृत एकांकी, धरती माता की व्यथा को नाटिका के रूप में व्यक्त किया, लोक गीत, राजस्थानी लोक नृत्य, योग व्यायाम, सूर्यनमस्कार, तलवार एवं डंड चलाने के साहसिक कार्यक्रम एवं शिशुवाटिका के छोटे – छोटे भैया – बहिनों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियों ने आगन्तुक अतिथियों एवं अभिभावक वृन्द का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की पूर्व छात्रा प्रचीता शर्मा ने किया तथा आभार देवेंद्र त्रिपाठी ने जताया। कार्यक्रम में जिला सचिव उदय प्रकाश शर्मा, बालिका विभाग के प्रधानाचार्य प्रह्लाद कुमार शर्मा, यज्ञदत्त वैष्णव, जिला संस्कार केंद्र प्रमुख श्रवण कुमार शर्मा उपस्थित रहे।