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डीसीएफ के ट्रांसफर की सूचना पर पहुंचे जंगल से लकड़ी काटने

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-जिले के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर एरिया में अवैध रूप से जूलीफ्लोरा की कटिंग के मामले में कार्रवाई की गई। डीसीएफ तरुण मेहरा के निर्देश पर हिंडोली रेंजर तेजपाल सिंह ने की बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्थान वन अधिनियम 1953 की धारा 52 के तहत एक जेसीबी मशीन 4 ट्रैक्टर दो जूली फ्लोरा चोपर कटर मशीन की जप्त कर हिंडोली रेंज में खड़े करवाए। वन विभाग की इस कार्यवाही से भ्रष्ट वनकर्मियों व वन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ हैं।

डीसीएफ मेहरा का कहना है कि बूंदी में ज्वाइन करने के बाद उन्होंने हिंडोली एरिया में अवैध रूप से दिए गए जूलीफ्लोरा की कटिंग पर कार्रवाई की थी। इसके लिए टोंक जिले के लोग अवैध रूप से इसे काटने के लिए आते थे। उनके स्थानांतरण होने की सूचना के बाद यह लोग देर रात को वापस कटिंग करने पहुंच गए थे। स्थानीय लोगों से इस संबंध में सूचना मिली, जिसके बाद हिंडोली रेंजर को भेजकर कार्रवाई की गई है।

1 महीने में तीसरी बार हुआ ट्रांसफर

बूंदी के उपवन संरक्षक तरुण मेहरा का ट्रांसफर जोधपुर डीसीएफ वाइल्ड लाइफ के पद पर हुआ है। बूंदी आने से पहले तरुण मेहरा कोटा में डीसीएफ टेरिटोरियल के पद पर कार्यरत थे. कोटा में उन्होंने बरड़ा और क्रेशर बस्ती अनंतपुरा में हो रहे अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई की थी. यहां उन्होंने 300 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया था. इसमें सैकड़ों की संख्या में पक्के मकान और भूखंडों से कब्जा छुड़ाया गया था। इसके बाद उनका बूंदी स्थानांतरण हुआ, जिस पर उन्होंने डाबी और हिंडोली वन खंड में कई कार्रवाई की।इस मामले में अवैध खनन कर्ताओं के साथ संबंध रखने के मामले में एक रेंजर को भी राज्य सरकार ने निलंबित किया है।