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नशा करने वालों के व्यवहार परिवर्तन के साथ ही क़ानूनी कार्यवाही आवश्यक- डॉ. अमन सिंह राठौड़, पुलिस अधीक्षक

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत

भारतीय तम्बाकू

 

नियंत्रण अधिनियम (कोटपा एक्ट 2003) के प्रभावी क्रियान्वयन एवं मीडिया एडवोकेसी कार्यक्रम सम्पन्न

नशा व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब करने के साथ समाज में मान-सम्मान भी कम करता है – कलेक्टर

 

दतिया @rubarunews.com>>>>>>>>>> सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान निषेध है के उद्देश्यों प्रतिपूर्ति की सफलता पर जिले की रिपोर्ट रिलीज करने हेतु राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय तंबाकू नियंत्रण अधिनियम (कोटपा एक्ट 2003) के प्रभावी क्रियान्वयन एवं मीडिया एडवोकेसी कार्यक्रम का आयोजन जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में सभागार, नवीन कलेक्ट्रेट में आयोजित किया गया।

आयोजित कार्यक्रम में मुख्यअतिथि संजय कुमार कलेक्टर दतिया रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अमन सिंह राठौड़ पुलिस अधीक्षक दतिया ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. राजेश गौर अधिष्ठाता शासकीय मेडिकल कॉलेज दतिया, अरविंद उपाध्याय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास व श्री दाँगी प्रभारी शिक्षा अधिकारी दतिया रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. उदयपुरिया द्वारा किया गया। तदोपरांत उनके द्वारा कार्यक्रम प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में मुख्यवक्ता, स्रोत व्यक्ति विषय विशेषज्ञ मुकेश कुमार सिन्हा डायरेक्टर एमपीव्हीएचए ने कंप्लायंस असिसमेंट स्टडी कोटपा 2003 जिला दतिया की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रस्तुत की। इसके उपरांत कार्यक्रम अधिकारी तंबाकू नियंत्रण वकुल शर्मा द्वारा अधिनियम के प्रावधानों पर प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत करते हुए चालानी कार्यवाही एवं अन्य पहलुओं पर जानकारी दी।

कार्यक्रम में मुख्यअतिथि संजय कुमार कलेक्टर दतिया द्वारा प्रभावी रूप से अभियान को संचालित करने व किशोर व युवाओं को नशे की गिरफ्त में आने से बचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम विभिन्न मंचों के द्वारा करने की बात कही जिसमें सोशल मीडिया व आईईसी मैटेरियल को उपयोग करने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पुलिस अधीक्षक डॉ. अमन सिंह राठौड़ द्वारा समुदाय के व्यवहार परिवर्तन हेतु चेतावनी युक्त फिल्म प्रदर्शन, दीवार लेखन आदि के उपयोग के बारे में जानकारी देते हुए चालानी कार्यवाही को प्रभावी रूप से करने की बात कही।

कार्यक्रम का संचालन रामजीशरण राय सदस्य तंबाकू नियंत्रण समिति व गवर्निंग बोर्ड एमपीव्हीएचए, पीएलव्ही ने किया। साथ ही जिले में किए गए प्रयासों की जानकारी दी। कार्यक्रम में उपस्थित नोडल अधिकारी डॉ. के.के. अमरया द्वारा जिले में सम्पन्न विगत वर्षों की गतिविधियों एवं चालानी कार्यवाही के बारे में जानकारी से अवगत कराया। सिविल सर्जन डॉ. एस.एन. शाक्य द्वारा जिला चिकित्सालय में की गई चालानी कार्यवाही के बारे में जानकारी दी।

नशा व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब करने के साथ समाज में मान-सम्मान भी कम करता है – कलेक्टर

तम्बांकू नियंत्रण कानून का प्रभावी क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला कलेक्टर श्री संजय कुमार ने तम्बाकू एवं उससे बने उत्पादों के सेवन से मानव शरीर पर होने वाले दुष्परिणामों को अवगत कराया गया। इस अवसर पर नशा न करने की शपथ दिलाई गई।

आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक डॉ. अमन सिंह राठौड़, एमपीव्हीएचए के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार सिन्हा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एसएन उदयपुरिया आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कलेक्टर संजय कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार का नशा करने से मनुष्य का जहां स्वास्थ्य खराब होता है वही नशा समाज में व्यक्ति का मान-सम्मान भी कम करता है। उन्होंने लोगों से कहा कि तम्बांकू के सेवन को बुराई मानकर सेवन करने वाले व्यक्ति का प्रतिकार करें।

कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि समाज में जहां तम्बाकू के सेवन में कमी आई है वहीं तम्बांकू एवं रासायनिक पदार्थो से निर्मित गुटका का उपयोग बच्चों एवं नौजवानों में तेजी से बढ़ रहा है। जो एक चिन्ता का विषय है। हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है नशे के सेवन से युवा पीढ़ी को बचाना होगा इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को तम्बाकू एवं अन्य पदार्थो से किए जाने वाले नशे के दुष्पिरिणामों को सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को ग्रुप बनाकर कार्टून, लघु वीडियो तथा नशा से पीड़ित परिवार की कहानी भेजकर जागरूक किया जा सकता है। स्कूलों में प्रार्थना के दौरान विद्यार्थियों को नशा न करने की शपथ भी दिलाई जाए।

कार्यक्रम को पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी सामाजिक बुराई को रोकने के दो पहलू होते है एक कानूनी कार्यवाही करना जबकि दूसरा पहलू नशा करने वाले व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन लाना। अतः हमें नशे करने वाले व्यक्ति की काउंसलिंग एवं समझाईश देकर व्यवहार परिवर्तन कराने में विशेष ध्यान देना है। जिससे वह नशे की बुरी लतों से दूर हो सके।

तम्बांकू के सेवन को रोकने हेतु जिले में बेहतर प्रयास
कार्यकारी निर्देशक श्री मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि तम्बाकू के सेवन को रोकने हेतु जिले में बेस लाईन सर्वे के दौरान यह बात सामने आई है कि जिले में बेहतर प्रयास किए जा रहे है। जिले में जहां जिला तम्बांकू नियंत्रण समिति का गठन किया गया है। जिला विकासखंड एवं पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी एवं निगरानी टीमे गठित की गई है। वहीं सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान प्रतिबंधित करने की कार्यवाही की गई है। ब्लाक स्तर पर भी जिले में ओरीएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किए गए है। जिले की शैक्षणिक संस्थाओं के 100 गज की परिधि में तम्बाकू उत्पादों के विक्रय पर प्रतिबंध भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण में जिले के 365 सार्वजनिक स्थान एवं 94 तम्बांकू उत्पाद की दुकानों पर अनुपालन सर्वेक्षण किया गया। जन-जागरूकता लाने में स्थानीय मीडिया की भी अहम् भूमिका रही है।

*251 लोगों पर हुई जुर्माने की कार्यवाही*
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. उदयपुरिया ने बताया कि देश में 28.6 प्रतिशत लोग जबकि प्रदेश में 34.2 प्रतिशत लोग तमबांकू का सेवन करते है। जबकि महिलाओं का प्रतिशत 17.3 है। उन्होंने बताया कि जिले में 251 लोगों पर जुर्माना कर चालान की कार्यवाही से 21 हजार से अधिक की राशि वसूल की गई है। युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी देने हेतु शिक्षण संस्थाओं में वाद-विवाद, चित्रकला, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम को डाॅ. अमरया, कार्यक्रम सन्वयक श्री वकुल शर्मा ने संबोधित किया। कार्यक्रम में मेडीकल काॅलेज के डीन डाॅ. राजेश गौर, श्री राजू त्यागी, श्री बलदेव राज बल्लू, श्री विपुल नीखरा,, सिविल सर्जन डाॅ. एसएन शाक्य, मलेरिया अधिकारी डाॅ. हेमंत गौतम सहित चिकित्सकगण, अधिकारीगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री रामजीशरण राय ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. हेमन्त गौतम नोडल अधिकारी मलेरिया, बीएमओ उनाव डॉ. के.एम. वरुण, डॉ. आर.एस. परिहार, डॉ वीरसिंह खरे, डॉ. पी. अधिकारी, डॉ. पी. शुक्ला, अनूप सिंह भारतीय उप संचालक जन सम्पर्क आदि की उपस्थिति प्रमुख रूप से रही। आभार व्यक्त अरविंद उपाध्याय जिला कार्यक्रम अधिकारी व सदस्य तम्बाकू नियंत्रण समिति द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी मनीष सक्सेना, वरिष्ठ समाजसेवी बल्देवराज बल्लू सदस्य रोगी कल्याण समिति, समाजसेवी डॉ. राजू त्यागी, विपुल नीखरा, संजय तिवारी पत्रिका समाचार, सतीश सिहारे समय जगत, प्रशान्त गुप्ता रूबरू न्यूज, जिला बाल अधिकार मंच से सरदार सिंह गुर्जर, बलवीर पाँचाल, स्वदेश संस्था आयुष राय, मातृत्व स्वास्थ्य हकदारी अभियान से संभागीय समन्वयक रोहित गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता सुमिता खरे, मातृत्व स्वास्थ्य हकदारी अभियान शीतल रायकवार, प्रतिमा बुन्देला, अभय दाँगी, स्वास्थ्य विभाग आशीष खरे, शैलेन्द्र राजपूत, मोहनीश दुबे, अजय गुप्ता जिला लेखा प्रबंधक, पीयूष राय रूबरू न्यूज, अम्बकेश शर्मा जनसम्पर्क विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा रिपोर्ट रिलीज करअब तक किए प्रयासों के लिए अभियान की सफलता हेतु शुभकामनाएं दी। साथ ही अतिथियों को मप्र वॉलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन के डायरेक्टर मुकेश कुमार सिन्हा द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। उक्त जानकारी रामजी शरण राय द्वारा दी गई।