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जन्मजात विकृति की पहचान व प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित Workshop on identification and management of congenital malformation organized

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं में जन्मजात विकृतियों की पहचान व प्रबंधन कैसे हो इस संबंध में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सीएमएचओ कार्यालय में किया गया।  आरबीएसके नोडल अधिकारी डॉ मुकेश मीणा व मास्टर ट्रेनर डॉ. जेएन सक्सैना ने जिले के सभी 18 प्रसव केन्द्रों से आये लगभग 60 प्रतिभागियों जिसमें मेडिकल ऑफिसर, कम्प्यूनिटी हेल्थ आफिसर, नर्सिंग आफिसर, एएनएम, एसएनसीयू स्टाफ, डीएच डिलेवरी वार्ड स्टाफ, आरबीएसके आयुष चिकित्सक को प्रशिक्षित किया।

जन्मजात विकृति की पहचान व प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित Workshop on identification and management of congenital malformation organized

डॉ. जेएन सक्सैना ने प्रशिक्षण में बताया प्रति 100 डिलेवरी पर 6 से 7 बच्चे किसी न किसी डिफेक्ट के जन्म लेते है, नवजात शिशु में कोई जन्मजात विकृति जैसे- न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, डाउनसिंड्रोम, कटे होठ एवं फटे तालू, क्लब फुट, जन्मजात मोतियाबिंद, जन्मजात हृदय रोग, जन्मजात बेहरापन, कूल्हे का विकार, ऑख का पूर्ण विकसित न होना एवं अन्य जन्मजात विकृतियों की पहचान, उनका कब और कहां उपचार दिलाने व त्वरित रूप से कहां उच्च संस्था में रेफर किया जाये संबंध में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. सक्सैना ने कहां आज के प्रशिक्षण के उपरांत डिलेवरी पाईंट पर जन्म लेने वाले सभी बच्चों को सीएनएस स्क्रीनिंग कर अनमोल पोर्टल पर दर्ज किया जायेगा।
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Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com