ताजातरीनराजस्थान

जिले में पहले निजी क्षेत्र के ब्लड सेंटर का हुआ शुभारम्भ, 36 लोगों ने किया रक्तदान

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-बून्दी में रोगियों को ब्लड के लिये अब भटकने की आवश्यकता नही होगी। जिले में पहले मात्र राजकीय चिकित्सालय का एकमात्र ब्लड बैंक था, जो यहां की मरीजों की रक्त आवश्यकता पूरी करने में नाकाफी था और समय समय पर मरीजों को अपनी रक्त आवश्यकता की पूर्ति के लिए कोटा के ब्लड बैंकों पर निर्भर रहना पड़ता था। रविवार को बून्दी शहर जिले के पहले नीजि क्षेत्र के ब्लड बैंक जीवन रेखा ब्लड सेन्टर का शुभारम्भ होने से बून्दी व आस-पास के क्षेत्रों के लोगों को लिये ब्लड की आवश्यकता की पूर्ति यहीं पर हो सकेंगी। ब्लड सेंटर के पहले दिन 36 लोगों ने रक्तदान किया तथा सरकारी हॉस्पिटल से आये हुए दो मरीजों को रक्त की आवश्यकता को पूरा किया।
इस अवसर पर एस.के.साधक मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्षा डॉ. सरोज गुप्ता ने जनता से अपील कि समय समय पर रक्तदान करवाकर रक्त की आपूर्ति को पूर्ण करें व जरूरतमंद मरीजों को रक्त उपलब्ध हो सकें। इस अवसर पर वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. बी.एल. चौबीसा, डॉ. राकेश तनेजा, डॉ. बी.के. गुप्ता, सी.ए. अनिल काला, डॉ. राकेश मंडोरा, डॉ. अमर शर्मा, डॉ. गोविन्द गुप्ता, डॉ. अंजू गुप्ता, डॉ. राजकुमार, शोजीलाल धगाल, पूर्व प्रधान प्रशांत मीणा, के. सी. वर्मा, रामकिशन गुर्जर, बिरधीचंद जांगीड़, अखिलेश जैन, नन्दकिशोर गुर्जर, अल्फा नगर सरपंच दुर्गालाल भील, कमल मीणा, डॉ. हीना अगवान, डॉ. जुनैद अख्तर उपस्थित थे।
सम्पूर्ण रक्त की नहीं आवश्यकतानुसार रक्त के अवयव को दे प्राथिकता
डॉ. वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि बून्दी सरकारी ब्लड बैंक में ब्लड कंपोनेंट पेक्ट्ड आर.बी.सी. प्लेटलेट्स, प्लाज्मा आदि की सुविधा उपलब्ध नहीं है जबकि किसी भी रोगी को सम्पूर्ण रक्त की आवश्यकता नहीं होती जबकि एनीमिया रोगियों को सिर्फ पेक्ट्ड आर.बी.सी. डेंगू व कैंसर मरीजों को प्लेटलेट्स दी जा सकेगी। इसी तरह सिरोसिस लीवर व बर्न मरीजों को फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा (एफ.एफ.पी.) की आवश्कता होती है तथा सम्पर्ण ब्लड नही देकर आवश्यकतानुसार रक्त के विभिन्न अवयव दिये जा सकते हैं जिससे मरीज को जिस चीज की आवश्यकता नहीं है नहीं दिया जावे। जिससे मरीजों को विपरित असर नही पड़ें। इन्होंने डाक्टर्स से सम्पूर्ण रक्त की सलाह न देकर आवश्यकतानुसार रक्त के अवयव को प्राथिकता देने की अपील की। इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों में रक्तदान के प्रति जागरूकता के लिये एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म नई चेतना दिखाई गई और रक्तदान के लिये प्रेरित किया गया।