बेटी का प्रथम गृह आगमन- जरूरी नहीं कि रोशनी चिरागो से ही हो, बेटियां भी घर में उजाला करती हैं
भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> श्रीमती देवी दुबे स्व. जगदीश नारायण दुबे की पुत्रवधु श्रीमती मानसी ब्रजेश दुबे को पुत्री के रूप में जब कन्या का जन्म हुआ तो, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, तत्पश्चात उन्होंने बिटिया प्रियांशी (राधिका ) का स्वागत बड़े ही धूमधाम से किया। कन्या का जन्म 9 फरवरी को शासकीय चिकित्सालय, भिंड में हुआ था। और आज 12 फरवरी, 2021 को कन्या का प्रथम गृहआगमन हुआ।
बैंड बाजों के साथ कन्या को चिकित्सालय से घर लाया गया, इसके साथ ही घर पर कन्या का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया, कन्या का मिष्ठान का वितरण किया गया। कन्या की दादी द्वारा पद चिह्नों की छाप ली गयी और माता-पिता का भी स्वागत किया गया। कन्या के इस तरह के गृह आगमन से परिवारीजन और नगर वासी अत्यंत उत्साहित थे।