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नैत्रदान के प्रति जागरूकता के सकारात्मक प्रभाव आ रहे हैं सामने 2 महिलाओं ने किए नैत्रदान

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बून्दी शहर में कार्य कर रहे ज्योति मित्रों की सक्रियता और नैत्रदान के प्रति लोगों की जागरूकता अपने सकारात्मक प्रभाव छोड़ रही हैं। शनिवार को शाईन इंडिया की टीम को दो बार बून्दी आकर नैत्रदान लेना पड़ा। पिछले 12 घंटो में बून्दी शहर में सिंधी समाज की दो महिलाओं के मरणोपरान्त नैत्रदान सम्पन्न हुए। शनिवार को अपरान्ह चेनराय जी का कटला निवासी रजनी जैसानी तथा बालचंद पाड़ा, पुराना रसाला निवासी भगवानी बाई के आकस्मिक निधान के बाद ज्योति मित्र महेश चांदवानी के प्रयासों से नैत्रदान हुए।

चैनराय जी का कटला निवासी महेश जैसानी की पत्नी रजनी जेसनी का आकस्मिक निधन की सूचना सिंधी समाज के सक्रिय सदस्य व ज्योति मित्र महेश चांदवानी को मिलने पर चांदवानी ने महेश जैसानी और उनके परिजनों को रजनी के नेत्रदान के लिए समझाइश की। समझाईश के बाद जैसानी परिवार ने नेत्रदान की सहमति देने के बाद शाइन इंडिया फाउंडेशन के टेक्नीशियन उत्कर्ष मिश्रा, डॉ कुलवंत गौड़ और ज्योति मित्र इदरिस बोहरा ने नैत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न करवाया।
स्व. रजनी जैसानी के नैत्रदान की प्रक्रिया के उपरान्त बालचंद पाड़ा, पुराना रसाला, बूँदी निवासी ठारुमल विरानी की पत्नि भगवानी बाई के आकस्मिक निधन की सूचना प्राप्त होने पर महेश चांदवानी सक्रिय हुए और भगवानी बाई के भाई किशन धनवानी को भगवानी के नैत्रदान करवाने के लिये कहा। सिंधी समाज के सामाजिक कार्यो में सक्रिय रहने वाले किशन धनवानी ने भी अपनी बहिन भगवानी बाई के नैत्रदान की सहमति सहर्ष दे दी। कोटा से फिर शाइन इंडिया की टीम बूँदी के लिये रवाना हुयी । नेत्रदान की प्रक्रिया को घर के सभी सदस्यों ने देखा। अत्यंत सरल और रक्त विहीन प्रक्रिया को देखकर मौके पर उपस्थित 10 लोगों ने अपने नेत्रदान संकल्प पत्र भरने की इच्छा जताई।