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मातृृ शिशु एवं बाल पोषण व्यवहारों में होगा सुधार

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-
शिशु मृृत्युदर एवं कुपोषण कम करने के उददेश्य से मातृ शिशु एवं पोषण स्वास्थ्य विषय पर नगर पालिका के ऑडिटोरियम में व्हील ग्लोबल फाउंडेशन आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (स्वास्थ्य विभाग) श्योपुर द्वारा आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कलेक्टर  संजय कुमार ने किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस.राजपूत, महिला बाल विकास अधिकारी  ओ.पी.पाण्डे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एन.सक्सैना जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी  रिशु सुमन, डीपीएम डॉ. सौमित्र बुधौलिया, बीएमओ बीपीएम, बीसीएम, सीएचओ परामर्शदाता ट्रेनर (आरकेएसके) वीसीई महिला बाल विकास के सीडीपीओ समस्त सुपरवाइजर सहित लगभग साढे तीन सौ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कार्यशाला में भागीदारी की।
कलेक्टर  संजय कुमार ने कहा कि कार्यशाला का उददेश्य संस्थागत एवं सामुदायिक हस्ताक्षेपों का क्रियान्वयन कर स्तनपान तथा शिशु बाल आहारपूर्ति व्यवहारों पर निरंतर जागरूकता बढाना है, जिले में इस प्रोजेक्ट के माध्यम से पॉजिटिव मोटिवेशन बढ़ेगा। उन्होंने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पायलट प्रोजेक्ट की गतिविधियों के अनुरूप गंभीरता से कार्य करने के निर्देश भी दिये।
मुख्य वक्ता डॉक्टर रूपल ने पायलट प्रोजेक्ट की गतिविधियों को विस्तृत रूप से वीडियो और सक्सेस स्टोरी, स्टडी के माध्यम से सभी को न्यूट्रिशन, डाइट, स्तनपान के तरीकों को बड़े ही रोचक तरीके से अवगत कराया गया। प्रतिदिन किसको कितनी  कैलोरी, प्रोटीन आदि लेना चाहिए और डाइट चार्ट क्या होना चाहिए को विस्तृत और रोचक तरीके से जानकारी दी गई।
डीपीओ  ओपी पाण्डे ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत महिलाओं में जागरूकता लाई जायेगी, इसके लिए जिलेभर में 50 मास्टर ट्रेनर बनाए जाएंगे प्रत्येक मास्टर ट्रेनर को 10-10 कुपोषित बच्चों और महिलाओं को जागरूकता करने की जिम्मेदारी दी जाएगी स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी को मास्टर ट्रेनर के रूप में नियुक्त किया जायेगा।
पायलेट के रूप में सात जिलो में शुरू होगा प्रोजेक्ट
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत व्हील्स ग्लोबल फाउडेंशन द्वारा आईआईट मुम्बई के हेल्थ स्पोकन ट्यूटोरियल का उपयोग कर चिन्हित सात जिलो में पायलेट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है, जिसमें श्योपुर, विदिशा, बडवानी, रतलाम, डिण्डौरी, सिंगरोली एवं छतरपुर जिले शामिल है। इसके तहत आईआईटी मुम्बई द्वारा वीडियो के माध्यम ट्यूटोरियल के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा टेस्ट लिये जायेगे। इस प्रकार प्रोजेक्ट के तहत जिले में सशक्त ट्रेनर्स समूह बनाया जाकर जागरूक सक्षम तंत्र का गठन किया जायेगा, जो कि पायलेट जिलो में शिशु मृत्युदर में कमी लाने में सहायक होगे।