ताजातरीनराजस्थान

देहदान करने वाली पिंकी छाबड़ा का शव मेडिकल कालेज को सौंपा

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-जिलें में अंगदान देहदान की जागयकता के लिए किए जा रहे प्रयास रंग लाते दिख रहे हैं। जिले में नैंत्रदान की जागरूकता की मुहिम के चलते अब तक तीन दर्जन के लगभग नैत्रदान किए जा चुके हैं, वही देहदान की दिशा में शुक्रवार जिले के लिए महत्वपूर्ण रहा। शुक्रवार को बून्दी मेडिकल कॉलेज को पहला देहदन प्राप्त हुआ।
शुक्रवार को 53 वर्षीय पिंकी छाबडा की मृत्यु होने के बाद उनकी अंतिम इच्छा के अनुरूप उनके परिजनों ने स्वं. छाबड़ा की देह को मेडिकल ककॉलेज को सौंपा। जिले के केशवरायपाटन के वार्ड संख्या 9 निवासी पिंकी छाबड़ा पत्नी स्व. परमजीत छाबड़ा ने अपना शरीर दान करने का संकल्प लिया था। उनके पुत्र शुभम छाबडा, पुत्रवधु छाया छाबड़ा एवं परिवारजनों ने मां की इच्छा का सम्मान करते हुए शरीर को खुशी-खुशी अंतिम विदाई दी। शुक्रवार शाम पिंकी छाबडा के पार्थिव शरीर को पुत्र शुभम ने बूंदी के मेडीकल कॉलेज के लिए रवाना किया।
बून्दी मेडिकल कॉलेज के लिए पहला देहदान
जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने पिंकी छाबड़ा को श्रृंद्धाजलि देते हुए कहा कि बूंदी जिले में मेडीकल कॉलेज के लिए पहला देहदान हुआ है। इससे मेडिकल के विद्यार्थियों को शोध में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह दुख की घडी है। देहदान के उनके फैसले के लिए पूरा बूंदी जिला उनका आभारी है।
मेडिकल कालेज के छात्रों को मिलेगी शोध में मदद
पिंकी छाबड़ा का मृत शरीर आवश्यक कार्यवाही के बाद मेडिकल कॉलेज को सौंप दिया गया। मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डॉ. विजय नायक ने बताया मेडिकल कालेज के छात्र उनके शरीर पर शोध करेंगे। देहदान की इस मुहिम से आमजन में जागृति आएगी और मेडिकल कॉलेज के छात्रों को व्यावहारिक शिक्षण व शोध कार्य में सहायता भी मिलेगी।
भारत विकास परिषद के.पाटन के सचिव दिनेश सेन ने बताया कि मृतका के पुत्र शुभम छाबड़ा, पुत्रवधु छाया छाबड़ा एवं परिवार की सहमति से शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से मानव सेवार्थ एवं मेडिकल कॉलेज विद्यार्थियों के अनुसंधान एवं रिसर्च के लिए देहदान संकल्प पत्र भरकर भारत विकास परिषद को दिया। मृतका ने पहले ही देहदान व नेत्रदान करने का संकल्प ले रखा था। इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर विजय भी मौजूद रहे।