अल्प और मध्यम लक्षणोंयुक्त कोरोना संक्रमितों के उपचार में आयुर्वेदिक औषधियों से होगा उपचार
बून्दीKrishnakantRathore/ @www.rubarunewsworld.com- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार देर शाम विडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए आयुर्वेद & भारतीय चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा, चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग, सीनियर आईएएस कुलदीप रांका और शासन सचिव समेत विभाग के जिला स्तर के अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आयुर्वेद काफी जटिल और कष्टसाध्य रोगों के उपचार में काफी कारगर है।कोरोना संक्रमणकाल में भी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में इसके महत्त्वपूर्ण योगदान को देखते हुए आमजन तक अधिकतम लाभ पहुंचाया जाये।स्वास्थय मंत्री डॉ रघु शर्मा ने राजस्थान सरकार ने अल्प और मध्यम लक्षणोंयुक्त कोरोना संक्रमितों के उपचार में कई शोधों में काफी कारगर पाये जाने और आयुष मंत्रालय की अनुशंसा के आधार पर आयुष 64 कैप्सूल और अन्य इम्यूनोबूस्टर औषधियों के उपयोग की अनुमति प्रदान कर दी है।इसके अतिरिक्त औषधीय काढ़ा भी कोरोना और मौसमी बिमारियों की रोकथाम में काफी कारगर साबित हो रहा है।इसको देखते हुए आयुर्वेद विभाग ने अब तक किये गये कार्यों को देखते हुए भरतपुर, बूंदी, राजसमंद और श्रीगंगानगर को एक पायलट प्रोजैक्ट के तहत आयुष मंत्रालय द्वारा निर्देशित औषधियों द्वारा अल्प और मध्यम लक्षणोंयुक्त कोरोना संक्रमितों के उपचार की अनुमति प्रदान की है।
इस बैठक में आयुर्वेद उपनिदेशक डॉ हेमंत कुमार शर्मा, आयुर्वेद कोविड समन्वयक डॉ सुभाष चन्द्र शर्मा और जिला आयुर्वेद चिकित्सालय पीएमओ डॉ सुनील कुशवाह मौजूद रहे।विदित रहे बूंदी में जिला प्रशासन, चिकित्सा विभाग और आयुर्वेद विभाग के समन्वय से 24 अप्रैल से ही कोरोना संक्रमितों को इम्यूनोबूस्टर औषधि किट उपलब्ध कराये जा रहे हैं।