मध्य प्रदेश

आपातकाल लगाकर इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की: नाथू सिंह गुर्जर

भिण्ड.Desk/ @www.rubarunews.com>> भाजपा जिला अध्यक्ष नाथू सिंह गुर्जर ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र और अध्याय 25 जून आपातकाल का दिन ध्यान में होगा लोकतंत्र अगर जीवित है तो वह हमारे देश के लोकतांत्रिक सेनानियों की काम की वजह से है जिन्होंने भारतीय जनसंघ के प्रणाम स्त्रोत डॉ श्यामा मुखर्जी के साथ कश्मीर से धारा 370 हटाने देश में आंदोलन खड़ा करने में उनकी अहम भूमिका रही और इंदिरा गांधी कांग्रेस सरकार की देश विरोधी तुष्टीकरण की नीति का हमारे समाजवादी नेताओं ने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र के लिए काम किया द्य यह उद्गार उन्होंने मेहगांव क्षेत्र के पूर्व विधायक ओपीएस भदौरिया के स्थित निवास मेहगांव में लोकतांत्रिक के सेनानियों के सम्मान समारोह में बोलती हुए व्यक्त किए। भाजपा जिला अध्यक्ष गुर्जर ने कहा की देश में आपातकाल लगाकर इंदिरा गांधी सरकार ने ऊंची मानसिकता को  प्रदर्शित किया और हमारे आंदोलनकारी नेताओं को 21 माह तक जेल में बंद रखा द्य उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में मीसा बंधुओं को लोकतांत्रिक सेनानियों का सम्मान बढ़ाने के लिए सम्मान निधि देने की घोषणा की सरकार कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया था जब मीसाबंदी  युवाओं ने आंदोलन की चेतावनी दी और पेंसिल को दोबारा चालू करना पड़ा। भाजपा जिला अध्यक्ष गुर्जर ने कहा महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित शायद उनके समर्थक 22 विधायकों का कांग्रेस ने अपमानित किया और उनको और पार्टी छोडऩे पर मजबूर कर दिया और जब सिंधिया जी सडक़ों पर आ गए तो कांग्रेसी कमलनाथ सरकार को उन्होंने सबक सिखा दिया और राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर इस राष्ट्र के विकास के लिए उन्होंने संकल्प किया।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पूर्व जिला अध्यक्ष लोकतंत्र सेनानी केशव सिंह भदोरिया जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 25 जून को इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार ने  संपूर्ण देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या  की हम लोकतंत्र सेनानियों ने भी 19 माह तक जेल में कांग्रेस सरकार की प्रताडऩा को सहन करते हुए और इतना प्रताड़ित किया कि जिसकी कोई सीमा नहीं थी द्य तमाम लोगों लोकतंत्र सेनानियों की मौत जेल के अंदर हुई कुछ मानसिक रूप से वृत्त विक्षिप्त हुए द्य कुछ आर्थिक रूप से इतने टूट गए कि वह छूटने के बाद भी समहल नहीं पाए और उनका भी परिवार बुरी तरह बिखर गया और उन्होंने लोकतंत्र  तमाम विरोधी दल के नेताओं रात में ही उनके घरों से जबरन रूप से उन्हें गिरफ्तार कर जेल में जेल में डाल दिया गया द्य विदेश पर सेंसरशिप लगाकर तमाम बुद्धिजीवी लोगों को जेल में डाल दिया द्य उसके बाद पूरे देश में आपातकाल के विरुद्ध एक जबरदस्त आंदोलन भूमिगत किया गया कुछ समय बाद जनों के रूप में तत्कालीन जनसंघ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं अन्य सामाजिक संगठनों ने गिरफ्तारी देकर कांग्रेस सरकार की नींव को हिला दिया द्य

25 जून 1975 की मध्यरात्रि को अपनी कुर्सी को बचाए रखने के लिए देश पर बलात जबरन आप आपातकाल ठोक दिया द्य लोगों के मौलिक अधिकारों को समाप्त कर दिया तथा रात्रि के अंधेरे में ही तमाम विरोधी दल के बड़े नेताओं को बड़े पत्रकारों को एवं बुद्धिजीवियों को घरों से उठाकर जेल में ठूंस दिया ए इसकी प्रतिक्रिया स्वरूप देश में जहां.जहां विरोध हुए उन सब को गिरफ्तार करके जेल जेल में डालना ही कांग्रेस सरकार ने प्रारंभ किया इसके बाद जो है तत्कालीन राजनीतिक दल भारतीय जनसंघ तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने भूमिगत आंदोलन करके पूरे देश भर में इमरजेंसी के खिलाफ वातावरण बनाया, परिणाम स्वरूप पूरे देश भर में आंदोलन का संचालन का संचालन प्रारंभ हुआ लो जो है छोटे.छोटे जनों में आपातकाल के विरुद्ध रैलियां निकालकर गिरफ्तारियां देना प्रारंभ किया द्य प्रणाम स्वरूप कांग्रेस की सरकार सरकार की स्टूल हिल गई संसद के भीतर भी सुब्रमण्यम स्वामी ने संसद में अपना विरोध दर्ज कराया और वहां से नौटकी ढंग से फरार होकर विदेश चले गए तथा पूरे विश्व में घूम घूम कर इंदिरा सरकार के विरुद्ध बेहतर वातावरण बनाया द्य परिणाम स्वरूप पूरे विश्व की ओर से भी इंदिरा गांधी पर दबाव पड़ा प्रणाम तथा मैं देश से इमरजेंसी हटाने लोकतंत्र को बहाल करने तथा मीसा बंदियों को रिहा करने एवं आम चुनाव की घोषणा करना पड़ी आम चुनाव के बाद कांग्रेस की बुरी तरह हार हुई यह जो है इस बात का संकेत है कि भविष्य में भी अगर किसी डिप्टी तानाशाह अगर लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की गई तो उसके भी दुष्परिणाम इसी तरह भोगना पड़ेंगे द्य लोकतंत्र सेनानी उसी तरह है जो देश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने वह गुलामी को समाप्त के लिए आंतरिक गुलामीयों के विरुद्ध संघर्ष का बिगुल उठाया था। भाजपा जिला अध्यक्ष नाथू सिंह गुर्जर एवं पूर्व विधायक ओ पी एस भदोरिया ने सभी मेहगांव और अमन क्षेत्र के मीसा बंदियों का साल श्रीफल रोरी से तिलक कर और उन्हें पुष्प मालाओं के साथ उनका सम्मान किया जिसमें वरिष्ठ भाजपा नेता केशव सिंह भदोरिया कमलेश चंद जैन अशोक अरोरा लाखन का कर शंभू दयाल चौधरी हरी राम सिंह गुर्जर विनोद जैन प्रमुख थे। कार्यक्रम में भाजपा जिला उपाध्यक्ष भरत शर्मा मंडल अध्यक्ष गजेंद्र सिंह भदोरिया राजवीर सिंह गुर्जर जेल सिंह नरवरिया, श्रीमती पूर्णिमा भदोरिया, सुधा राठोर, बबली तोमर राम भवन सिंह परमार, नीरज शर्मा, रोहित करैया, रामसेस शर्मा, सुनील भदोरिया मंचासीन थे।