राजस्थान

जीवन मे सदाचार व ईश्वर शरणागति ही ईश्वर की अनुभूति करवाता हैं -आचार्य ऋतुराज Virtue in life and surrender to God only makes one feel God – Acharya Rituraj

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बम्बूली ग्राम के रामस्नेही हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रही श्री शिव महापुराण के नौवें दिवस कथा व्यास आचार्य ऋतुराज शर्मा ने द्वादशज्योतिर्लिंग की महिमा बताते हुऐ कहा कि जिस व्यक्ति के जीवन मे सदाचार व ईश्वर शरणागति गुण विद्यमान है, वहीं शीघ्र ही परमात्मा की अनुभूति प्राप्त करता है । कथा व्यास ने हनुमान प्राकट्य, दुर्वाशा चरित्र, उपमन्यु चरित्र प्रसंग सुनाए। ततोपरांत कथा की आरती कर प्रसादी वितररित की गई। कथा में भवर लाल नागर , राधेश्याम विजय , महावीर नागर , प्रहलाद नागर , रामावतार सेन , बजरंग प्रजापत , रामेश्वर नागर , रामनारायण नागर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें।

जीवन मे सदाचार व ईश्वर शरणागति ही ईश्वर की अनुभूति करवाता हैं -आचार्य ऋतुराज Virtue in life and surrender to God only makes one feel God – Acharya Rituraj