केस कम हुए हैं खतरा नहीं, सतर्कता बहुत जरूरी
कोटा KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोरोना संक्रमितों के केसों में भले ही कमी आई है, लेकिन खतरा कम नहीं हुआ है। अभी सतर्कता बरतना बहुत जरूरी है। हम खुद भी जागरूक रहें और दूसरों को भी सजगता बरतने को कहें। वे शनिवार को रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र के खैराबाद, ढाबादेह, सुकेत व चेचट क्षेत्र के स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों से संवाद कर रहे थे।
बिरला ने कहा कि दूसरी लहर पहले से अधिक भयावह और तीव्र है। इस लहर में हम अपने कई प्रियजनों को खो चुके हैं। उनके जाने की हमारे मन में बहुत पीड़ा है और जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके साथ खड़े हैं। भले ही अब मामलों में कमी आ रही है, लेकिन हमें कोविड गाइडलाइंस की सख्ती से पालना करनी है।
उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिक जोखिम उठाकर मानवता की सेवा का कार्य कर रहे हैं। संक्रमित लोगों की मदद भी कर रहे हैं। लेकिन जब तक ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की चेन नहीं टूट जाती तब तक स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों को समर्पित होकर कार्य करना है। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम लोगों को संक्रमित होने से बचाएं। यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो गया है तो अपनी निगरानी में उसे स्वस्थ होने में मदद करें। यदि किसी कि तबियत ज्यादा खराब होती है तो उसे एंबुलैंस से कोटा भिजवाएं।
उन्होंने कहा कि हमें कोरोना को पूरी गंभीरता से लेना है और कोरोना संक्रमित व्यक्ति के उपचार में कोई लापरवाही नहीं बरतनी है। हम सब मिलकर सामुहिक प्रयास करेंगे तो कोरोना की चेन को तोड़ने में निश्चित रूप से सफल होंगे।
मेल-मुलाकात का समय कम करेंः डा. पारीक
स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों को कोविड की सामान्य जानकारी देते हुए वरिष्ठ चिकित्सक डा. के.के. पारीक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। यह चिंतातनक इसलिए अधिक है कि ग्रामीण क्षेत्रों में उपचार के संसाधन भी पर्याप्त नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिक लोगों के बीच जनजागरण करें। उन्हें कोविड गाइडलाइन को समझाएं। मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें। ग्रामीणों से कहें कि यदि कोई मिलने भी आए तो उससे मुलाकात तीन से पांच मिनट से अधिक नहीं हो। अपने घरों के खिड़कियों और दरवाजों को खुला रखें ताकि कमरे में समुचित वेंटीलेशन रहे। यदि किसी व्यक्ति में लक्ष्ण नजर आते हैं तो उसको तुरन्त आइसोलेट कर उपचार प्रारंभ करवाएं। परिवार के अन्य सदस्यों का भी टेस्ट करवाएं।
स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों ने भी पूछे सवाल
संवाद के दौरान स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों ने भी डा. पारीक से सवाल किए। उन्होंने पूछा कि संक्रमित हो चुके व्यक्ति को स्वस्थ होने के कितने दिनों बाद वैक्सीनेशन करवाना चाहिए, यदि किसी व्यक्ति में लक्ष्ण दिखाई दें तो क्या आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने ो पहले ही दवाएं प्रारंभ कर सकते हैं, क्या कोरोना के दौरान शुगर वाले मरीजों को अधिक खतरा है। डा. पारीक ने सभी स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों के सवालों का जवाब दिया। साथ ही उन्हें भी सेवा कार्य के दौरान सतर्कता बरतने को कहा।