श्रमिक परिवार पैदल मिले तो करें सार संभाल
बूंदी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunewsworld.com- जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने उपखण्ड अधिकारीयों को निर्देश दिये है कि कोई भी श्रमिक पैदल ही अपने गन्तव्य को जाने के लिए मजबूर न हो यदि कोई श्रमिक परिवार रास्तों पर पैदल चलते हुए पाये जाने पर उनके लिए भोजन, पानी की व्यवस्था सहित गन्तव्य स्थल तक वाहन सुविधा उपलब्ध करवाई जावे। इसके अलावा लाॅकडाउन 3.0 के कैंप स्थापित करें और भोजन, जल, शौचालय आदि आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।
जिला कलेक्टर ने यह निर्देश पैदल चलने वाले श्रमिकों के संदर्भ में राज्य सरकार से प्राप्त महत्वपूर्ण निर्देशों को लेकर आयोजित बैठक में दिए। साथ ही कोविड-19 के संक्रमण को रोकने की व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार एवं पुलिस अधिकारी मुख्य मार्गों पर पैट्रोलिंग कर सुनिश्चित करें कि श्रमिकों का पैदल पलायन न हो। यदि पैदल श्रमिक मिले तो उसे समझाकर बसों के माध्यम से निकटतम लाॅकडाउन 3.0 के कैंप में भिजवाया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि बाहरी क्षेत्रों से आने वाले परिवारों की स्क्रीनिंग करवाकर उन्हें होम क्वारंटाईन की सुनिश्चितता के साथ ही प्रति दूसरे दिन जांच की जावे तथा कोरोना लक्षण पाये जाने की स्थिति में मरीज को हाॅस्पिटलाईज किया जावे। क्वारंटाईन के लिए ग्रामीण क्षैत्रों में वार्डपंचों व सरपंचों का भी सहयोग लिया जावे।
उन्होेंने निर्देश दिए कि उपखण्ड अधिकारी उपखण्ड स्तरीय सभी क्वारंटीन प्रबन्धन समितियों की सोमवार तक बैठके आयोजित कर विभागीय निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें। जिन अधिकारियों एवं कार्मिकों की लम्बे समय से नियुक्ति कर रखी है, उन्हें रोटेशन के आधार पर लगाया जावे।
उन्होंने निर्देश दिए कि बाहर से आने वाले प्रवासियों/श्रमिकों की उपखण्ड स्तर पर जांच करवाकर सेम्पल भिजवाये तथा संबंधितों को क्वारनटीन करें। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाईन किये जाने वाले व्यक्तियों को राशन की समस्या नहीं आने दी जाए। अन्य क्षैत्रों से जो भी व्यक्ति प्रवासियों को लेकर आयेगा तो संबंधित को क्वारंटाईन करने की जिम्मेदारी उसकी भी होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले प्रवासियों के संबंध में हमारी प्राथमिकता आने वालो को क्वारंटाईन करना होना चाहिए। ताकि संक्रमित पाये जाने की स्थित में संक्रमण को रोका जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि क्वारनटीन किये जाने वाले प्रत्येक व्यक्तियों के मोबाईल में आरोग्य सेतु एप डाउन लाॅड करवाने के साथ ही उसमें आवश्यक सूचनाऐं भी अपलोड़ करवाई जावे। ब्लाॅक स्तर पर कोविड-19 सेंन्टरों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जावे। उन्हेांने कहा कि बूंदी जिला अभी तक सुरक्षित है, आगे भी सुरक्षित रहे इसके प्रयास किये जावे।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अमानुल्लाह खान, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, जिला रसद अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राठौर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गोकुल लाल मीणा, एसीपी डीओआईटी पंकज मीणा सहित उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी उपस्थित थे।