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रोजा रखते हुए कोरोना ड्यूटी देकर मदीना रंगरेज बनी मिसाल

मांडल .KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- भीलवाड़ा जिले के मांडल उपखंड मुख्यालय पर रोजा रखकर कोरोना ड्यूटी देकर अध्यापिका केंसर वारियर्स मदीना बानू रंगरेज क्षेत्र में मिसाल बनी हुई है। मदीना है तो रोजा में इस प्रकार की हार्ड ड्यूटी को भी अल्लाह का आदेश मानकर क्वारंटीन किये गये लोगों के घर कड़ी धूप में पहुंच कर जो सेवा कार्य कर रही है उसको जगह जगह प्रशंसा मिल रही है।
मांडल के इन्दिरा काॅलोनी क्षेत्र में कार्य करने वाली मदीना बानू रंगरेज बताती है वो अन्य अध्यापिका चंद्र ज्योति वैष्णव के साथ सुबह जब ड्यूटी पर निकलती है तो उसे जगह जगह लोग टोकते है कि बहनजी रोजे है तो ड्यूटी छाया में करा करों पर मदीना का जवाब होता है कि जब देश वैश्विक महामारी कोरोना से जंग लड़ रहा है तो वो इसमें पीछे कैसे रहे। वैसे भी कोरोना की ड्यूटी अल्लाह के आदेश से ही मिली है, रोजा रखने के दौरान उससे अल्लाह सेवा कार्य करवा रहा है तो वो कतई पीछे मूड़कर देखने वालों में नहीं है। केवल क्वारंटीन किये गये परिवारों में ही नहीं वो तो क्षेत्र के प्रत्येक परिवार को अपना परिवार मानते हुए वहां पहुंच कर लाॅकडाउन का पालन करने की समझाईश करने से भी नहीं चूक रही है।
मदीना बताती है कि रोजे रखकर वो अपना धर्म निभा रही है तो ड्यूटी देकर वो अपनी कर्तव्यनिष्ठा के साथ सेवा कार्य कर रही है। वो ड्यूटी नहीं करेगी तो कोई दूसरा कार्मिक करेगा। मदीना ने बताया कि ड्यूटी कोई छोटी बड़ी नहीं होती है। उसे अन्य अध्यापिका के साथ होम क्वारंटीन किये गये लोगों की सार संभाल करना बहुत ही अच्छा लगा रहा है। आखिर जो लोग होम क्वारंटीन किये है वो भी है तो हमारे ही समाज व कस्बे का हिस्सा। मदीना बताती है कि वो लोगों के यहां पहुंच कर जब उनसे जानकारी घर के बाहर ही प्राप्त करती है तब भी क्वारंटीन लोग ही उससे कहते है कि बहनजी छाया में खड़े हो जाओ पर तब भी मन में यह कभी नहीं आता है कि वो इधर उधर हो जाए। कोरोना वारियर्स के रूप् में सेवा देना न केवल उसे अच्छा लग रहा है वरन सुबह जब घर से निकलती है तो अल्लाह से दुआ मांग कर निकलती है कि उसके क्षेत्र में सभी लोग स्वस्थ्य रहे तथा क्वारंटीन किये गये लोग जिनके यहां उसे जाना है, कम से कम उनमें से कोई भी कोरोना पोजेटिव न हो।
मदीना अपने साथ अध्यापिका चंद्र ज्योति वैष्णव के साथ जब निकलती है तो दोनो कोरोना वारियर्स ऐसे फर्राटे के साथ दौड़ती हुई काम करती है मानो मदीना के रोजा है नहीं। मदीना कहती है कि अल्लाह उसे ताकत दे रहा है तो वो सेवा क्यों न करें।
हम आपको बता दे कि मदीना रंगरेज एकल महिला होकर मांडल में ही निवास करती है। लाॅकडाउन में भी स्कूल के बच्चों को नियमित मार्गदर्शन देना तथा स्कूल के संबंध में मांगी जाने वाली समस्त जानकारी को भी वो स्वयं समय पर प्रेषित कर रही है। प्रदेश के शिक्षामंत्री के एकल महिला को इस प्रकार की हार्ड ड्यूटी से मुक्त रखने के निर्देश के बाद भी वो दुगने उत्साह से हार्ड ड्यूटी को करके अपने हौसले को तो दिखा रही है पर साथ ही अन्य कार्मिकों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनी हुई है। मदीना की मानवता के प्रति इस सेवा व सर्मपण को कुछ भी नाम दिया जा सकता है पर पर मदीना तो इसे अल्लाह का रहमो करम ही मानती है।