राजस्थान

रेड जोन वाले जिलों में एक्शन प्लान के तहत किये जा रहे विशेष प्रयास -चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री

जयपुर.K.K.Rathore/ @www.rubarunews.com>>  चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के 8 रेड जोन में चिन्हित जिलों को ग्रीन जोन में बदलने के लिए एक्शन प्लान बनाकर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

डॉ. शर्मा ने बताया कि एक समय वह भी था जब प्रदेश में संक्रमण 75 प्रतिशत की दर तक पहुंच गया था लेकिन योजनाबद्ध प्रयासों की वजह से अब यह 4.84 प्रतिशत तक आया है। राज्य में संक्रमण की दर में लगातार गिरावट आ रही है और स्थिति नियंत्रण में है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक 2642 पॉजीटिव मरीज चिन्हित किए गए हैं। इनमें से लगभग 1 हजार मरीज पॉजीटिव से नेगेटिव हो चुके हैं, जबकि 644 को तो डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। यही नहीं प्रदेश में अब तक 1 लाख 9 हजार लोगों के सैंपल भी लिए जा चुके हैं।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि राजस्थान के 8 जिलों को रेड जोन में, 19 ओरेंज जोन में और 6 जिले ग्रीन जोन में शामिल किए गए हैं, जहां कोई भी पॉजीटिव केसेज नहीं मिले हैं। प्रदेश में जिन जिलों को रेड जोन में शामिल किया है उनमें से भी कई जिलों में पॉजीटिव से नेगेटिव होने वालों की खासी तादात है। उनमें से कइयों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है।

डॉ. शर्मा ने बताया कि जिन 8 जिलों को भारत सरकार ने रेड जोन में माना है और जहां कफ्र्यू लगा हुआ है, हालात थोड़े गंभीर हैं उनके लिए विशेष एक्शन प्लान बनाकर काम किया जा रहा है। इन क्षेत्रों के 1, 3 और 5 किलोमीटर के बफर जोन में व्यापक स्तर पर स्क्रीनिंग व सर्वेक्षण का काम चल रहा है। लोगों को होम क्वारेंटाइन, सरकारी क्वारेंटाइन, आइसोलेशन में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पॉजीटिव्स में से केवल 7 केसेज ऎसे हैं, जो गंभीर हैं। इनमें से भी 3 लोग वेंटीलेटर्स पर हैं। उन्होंने बताया कि रेड जोन में भले ही केसेज बढ़ रहे हैं लेकिन हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश के ओरेंज जोन में शामिल 3-4 जिले ऎसे हैं, जहां पिछले कई दिनों से कोई पॉजीटिव केस सामने नहीं आया है। ऎसे जिले भी जल्द ओरेंज जोन से ग्रीन जोन में जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान तो देश के उन राज्यों में है, जिसने कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोका है।

गौरतलब है कि भारत सरकार ने कोरोना वायरस के अनुसार प्रदेश के जिलों को 3 हिस्सों में बांटा है। जहां संक्रमण नहीं है उन्हें ग्रीन जोन में, जहां कम है, उन्हें ओरेंज जोन और जहां संक्रमण ज्यादा है उन जिलों को रेड जोन में रखा गया है।