पानी की क्षमता के अनुसार रबी फसलो की बोनी करें-प्रभारी अपर कलेक्टर
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>प्रभारी अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय की अध्यक्षता में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में आयोजित की गई। इस बैठक में चंबल दाहिनी मुख्य नहर एवं आवदा बांध से निकलने वाली नहर के क्षेत्र में रबी फसलो की बोनी पानी की क्षमता के अनुसार करने का निर्णय लिया गया।
प्रभारी अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय ने बैठक में कहा कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी चंबल दाहिनी मुख्य नहर से किसानो की रबी फसलो के लिए पानी दिया जावेगा। कोटा बैराज से इस नहर में 12 अक्टूबर को पानी छोडना प्रस्तावित किया गया है। उन्होने कहा कि आवदा तालाब में इस वर्ष विगत वर्ष की अपेक्षा 72 प्रतिशत पानी का भराव हुआ है। साथ ही जिले के लघु तालाबो के एरिया में पानी का भराव 62 प्रतिशत है। उन्होने कहा कि आवदा व लघु तालाब वाले एरिया से किसानो की रबी फसलो के लिए पानी की मात्रा को ध्यान मे ंरखते हुए कृषि विभाग का अमला क्षेत्र के किसानो से कम पानी मे ंपैदा होने वाले चना, सरसो, अलसी आदि फसलो की बोनी करने की सलाह दे। क्योकि आवदा बांध में पानी कम होने से एक पलेवा एवं एक पानी देने के लिए उपलब्ध है।
कार्यपालन यंत्री जल संसाधन सुभाष गुप्ता ने बैठक में बताया कि चंबल दाहिनी मुख्य नहर में गांधी सागर बांध से नहरो में सिंचाई हेतु जल प्रवाह होता है। गांधी सागर बांध का पूर्ण जल स्तर 1312 फीट क्षमता 5.9367 मिलियिन एकड फीट के विरूद्ध वर्तमान में जल स्तर 6388.02 मिलियिन धन.मी. है। जो कि कुल भराव का 97 प्रतिशत है। पार्वती एक्वाडक्ट पर चंबल दाहिनी मुख्य नहर की जल प्रवाह क्षमता 3900 क्यूसेक है। प्रतिवर्ष की भांति बांध से चंबल दाहिनी मुख्य नहर को रबी सत्र 2020-21 के लिए पूरा पानी मिलने की संभावना है। इससे जल संसाधन संभाग श्योपुर की रूपांकित सिंचाई क्षमता 45725 हेक्टयर के विरूद्ध कुल 50800 हेेक्येटर क्षेत्र मे ंसिंचाई का लक्ष्य रखा गया है।
आवदा मध्यम बंाध इस वर्ष पूर्ण रूप से भरा नही है। योजना का कृषि योग्य क्षेत्र क्षमता 8900 हेक्टयर है। इसके विरूद्ध 9000 हेक्टयर क्ष़्ोत्र मे ंसिचांई का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में बांध लेबल 346.55 मीटर एवं क्षमता 32.54 तथा 72 प्रतिशत भराव है। इस वर्ष आवदा कमांड में कम पानी की फसल हेतु किसानो से आग्रह किया जावेगा। आवदा नहर में पानी चलाने हेतु नहर के समस्त कृषको की विभाग के साथ संयुक्त बैठक आयोजित की जाना प्रस्तावित है। जिसमें ओसरा बंदी के अनुसार पानी दिया जाना तय होगा।
संभाग में 18 न. लघु तालाब/स्टाॅप डैम है। इस वर्ष केवल 62 प्रतिशत ही भरे है। जिनमें कृषि योग्य क्षेत्र 2851 के विरूद्ध 2283 हैक्टयर क्षेत्र में वर्ष 2020-21 हेतु सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। जल संसाधन संभाग सबलगढ के अतंर्गत चंबल दाहिनी मुख्य नहर से 174.18 हैक्टयर क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। तथा 4 न. लघु तालाबो के कृषि योग्य क्षेत्र 2934 हैक्टयर के विरूद्ध कुल 2350 हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में कार्यपालन यंत्री जल संसधान सुभाष गुप्ता, उपसंचालक कृषि पी गुजरे एवं जल संसाधन विभाग के एसडीओ, उपयंत्री एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।