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खदान के पानी में तैरते मिले दो गुमशुदा भाइयों के शव

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-बूंदी जिले के हिंडोली उपखंड क्षेत्र की उमर पंचायत के बासनी गांव से दो दिन से लापता दो ममेरे भाइयों के शव मंगलवार सुबह घर के पास स्थित पुरानी खदान में भरे पानी में तैरते मिले। इससे इलाके में सनसनी फैल गई ।
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सिविल डिफेंस टीम व ग्रामीणों की सहायता से दोनों बालकों के शव खदान से निकलवाए व हिंडोली अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए। परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया गया
हिंडोली थाना प्रभारी सहदेव सिंह मीणा ने बताया कि 14 वर्षीय अंशुल और 11 वर्षीय दिव्यांश की परिजनों ने रविवार को गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। ये दोनों खेत से घर जाने की बोलकर निकले थे, लेकिन शाम तक नहीं पहुंचे। मंगलवार सुबह सूचना मिली कि पानी से भरी खदान में बालकों के शव तैर रहे हैं। सिविल डिफेंस के जवानों के साथ पुलिसकर्मियों ने शव निकाले। अस्पताल में पोस्टमार्टम करा शव परिजन को सौंप दिए।
मृतक बालकों के परिजन कविराज मीणा ने बताया कि 23 मार्च को दोनों बच्चे खेत पर परिवार के साथ थे। दोपहर में घर जाने की बोलकर निकले थे, लेकिन शाम तक घर नहीं पहुंचे तो परिजन को चिंता हुई। हिंडोली थाने पहुंचकर बालकों की गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह गांव में पुरानी खदान में एक बालक की चप्पल तैरती नजर आई ।   कुछ देर बाद दोनों बच्चों की बॉडी भी पानी में तैरती दिखी ।  ग्रामीणों ने सूचना पर पुलिस ने शवों को खदान के पानी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया ।   चिकित्सकों ने दोनों बालकों को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने दोनों के शव पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिए.
परिवार का रो रो कर बुरा हाल
पीड़ित कविराज मीणा ने बताया कि हादसे के शिकार दोनों बच्चे उनके छोटे भाई सुरेश मीणा और चंद्र प्रकाश मीणा के थे ।   14 वर्षीय अंशुल दो भाइयों में बड़ा था ।   उसके पिता सेना से सेवानिवृत हैं ।   दिव्यांश चंद्रप्रकाश मीणा का बेटा व तीन बहनों का एकलौता भाई था। उधर, हादसे के बाद गांव में चूल्हे नहीं जले परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वही विधायक अशोक चांदना ने भी घटना पर गहरा दुख प्रकट करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की है।