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होम वोटिंग से मतदान कर लोकतंत्र के यज्ञ में दे रहे आहुतियां

 बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>  जिले में पहली बार शुरू हुई होम वोटिंग सुविधा में दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं खूब उत्साह दिखाते हुए मतदान किया। होम वोटिंग के दूसरे दिन गुरुवार को भी मतदाताओं ने जोश के साथ मतदान में हिस्सा लिया। निर्वाचन टीम ने घर-घर जाकर मतदान करवाया गया। दो दिनों में अब तक जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में 80 वर्ष से अधिक आयु तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगजनों मतदान किया है।

होम वोटिंग सुविधा के तहत दो दिनों में हिंडोली विधानसभा क्षेत्र में 80, बूंदी में 115 तथा केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में 143 मतदाताओं ने मतदान किया। इस दौरान 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं ने होम वोटिंग की सुविधा का लाभ उठाया।

निर्वाचन विभाग की ओर से इस सुविधा का लाभ लेने का विकल्प चुनने वाले पात्र मतदाताओं के घर-घर जाकर होम वोटिंग करवाई गई। होम वोटिंग सुविधा का लाभ देने के लिए मतदान दल जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र में निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार पात्र मतदाताओं के घर तक पहुंचे।

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने बताया कि होम वोटिंग सुविधा के तहत जो मतदाता जो मतदान केन्द्र पर जाने में असक्षम हैं। विशेष रूप से 80 साल से अधिक आयु के मतदाता व 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाता को होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की गई है। होम वोटिंग में भी पूर्ण रूप से गोपनीयता रखी गई है।

मतदाता बोले, सुविधा बहुत अच्छी, आयोग का धन्यवाद

होम वोटिंग सुविधा से मतदान करने के बाद मतदाता इसे आयोग की सराहनीय पहल बताते हुए कहते हैं कि यह सुविधा नहीं होती तो शायद उन्हें मताधिकार प्रयोग करने का अवसर ही नहीं मिल पाता। 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक जन एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिये प्रदेश में पहली बार विधानसभा आम चुनाव – 2023 में होम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

दिव्यांग महिला मतदाता 84 वर्षीय काली बाई तथा रजत गृह कॉलोनी बूंदी निवासी 83 वर्षीय माणकचंद ने निर्वाचन आयोग का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यदि होम वोटिंग की सुविधा नहीं होती तो वह शायद ही मतदान कर पाते। जागरूक होते हुए भी वह अपनी शारीरिक अक्षमता के कारण अब तक मतदान करने से वंचित रहे। निर्वाचन आयोग की अनूठी पहल ‘होम वोटिंग’ के माध्यम से वह पहली बार घर बैठे अपने मत का प्रयोग कर खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति अपना फर्ज़ निभाने के एहसास के साथ ये पल उनके जीवन में गौरवान्वित करने वाले पलों के रूप में दर्ज हो गए हैं, जिसे वो कभी भी भूल नहीं पाएंगे।