पंजीयन और मुद्रांक विभाग कहता है, अपने ई-स्टाम्प सर्टिफिकेट को जाने नवाचार का शुभारंभ
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- डीआईजी पंजीयन एवं स्टाम्प कोटा पुष्पा हरवानी ने उप पंजीयक कार्यालय कोटा में रजिस्ट्री एवं अन्य प्रयोजनों के लिए ई-स्टाम्प खरीदने वाले नागरिकों में व्यापक जागरूकता लाने के लिए पंजीयन और मुद्रांक विभाग कहता है, अपने ई स्टाम्प सर्टिफिकेट को जाने नवाचार का शुभारंभ इलेक्ट्रिक क्लिप ऑन बोर्ड पोस्टर के माध्यम से किया हैं।
आम जनता के बीच ई स्टाम्प और इसमें मौजूद सुरक्षा मानकों की जानकारी व्यापक रूप से बनी रहे जिसकी जानकारी इस इलेक्ट्रिक क्लिप बोर्ड के माध्यम से डीआईजी पुष्पा हरवानी द्वारा दी गई। डीआईजी पुष्पा हरवानी ने बताया कि अपनी संपत्तियों के पंजीकरण के लिए आने वाले आम जनता को ई-स्टाम्पिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-स्टाम्प पेपर में मौजूद 2 डी बार कोड को स्कैन कर, ई-स्टांप की प्रामाणिकता की जांच करनी चाहिए , साथ ही बदलते डिजिटल युग में आम आदमी द्वारा ई-स्टाम्प खरीदते समय उसमें मौजूद सभी सुरक्षा मानकों की जांच करने का सुझाव दिया।
डीआईजी ने ई स्टाम्प के विभिन्न सुरक्षा मानकों जैसे माइक्रो प्रिंट, तीन स्थानों पर वॉटरमार्क में स्टाम्प ड्यूटी, टेक्स्ट थ्रेड में भुगतान की गई स्टाम्प ड्यूटी, टेक्स्ट थ्रेड में दिनांक समय, टू डी बार कोड, असममित क्रम में प्रमाणपत्र संख्या और टेक्स्ट रिबन में एसएचसीआईएल के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पंजीयन विभाग और स्टॉकहोल्डिंग के नवाचार के माध्यम से हमारा मुख्य उद्देश्य कोटा, बूंदी, बारां झालावाड़ और इसके आसपास के क्षेत्र के लोगों में ई-स्टाम्प की प्रति व्यापक जागरूकता लाना है।
कार्यक्रम में सब रजिस्ट्रार शिक्षा पवन, के के गोयल जी, प्रहलाद मीना जी, पद्मा जी, कन्हैयालाल सोनीजी, प्रकाश जी, सुखविंदर जी, स्टॉकहोल्डिंग ई-स्टाम्पिंग की ओर से ई-स्टाम्पिंग एरिया मैनेजर पवन रुनवाल जी ,शाखा प्रबंधक मधुसूदन जी, जितेन्द्र सिंह, वर्षा, स्टाम्प विक्रेता ए.सी.सी.विष्णु मित्तल जी,अधिवक्ता गण से वर्षा शर्मा मौजूद रहे।
आम जनता के बीच ई स्टाम्प और इसमें मौजूद सुरक्षा मानकों की जानकारी व्यापक रूप से बनी रहे जिसकी जानकारी इस इलेक्ट्रिक क्लिप बोर्ड के माध्यम से डीआईजी पुष्पा हरवानी द्वारा दी गई। डीआईजी पुष्पा हरवानी ने बताया कि अपनी संपत्तियों के पंजीकरण के लिए आने वाले आम जनता को ई-स्टाम्पिंग मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-स्टाम्प पेपर में मौजूद 2 डी बार कोड को स्कैन कर, ई-स्टांप की प्रामाणिकता की जांच करनी चाहिए , साथ ही बदलते डिजिटल युग में आम आदमी द्वारा ई-स्टाम्प खरीदते समय उसमें मौजूद सभी सुरक्षा मानकों की जांच करने का सुझाव दिया।
डीआईजी ने ई स्टाम्प के विभिन्न सुरक्षा मानकों जैसे माइक्रो प्रिंट, तीन स्थानों पर वॉटरमार्क में स्टाम्प ड्यूटी, टेक्स्ट थ्रेड में भुगतान की गई स्टाम्प ड्यूटी, टेक्स्ट थ्रेड में दिनांक समय, टू डी बार कोड, असममित क्रम में प्रमाणपत्र संख्या और टेक्स्ट रिबन में एसएचसीआईएल के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पंजीयन विभाग और स्टॉकहोल्डिंग के नवाचार के माध्यम से हमारा मुख्य उद्देश्य कोटा, बूंदी, बारां झालावाड़ और इसके आसपास के क्षेत्र के लोगों में ई-स्टाम्प की प्रति व्यापक जागरूकता लाना है।
कार्यक्रम में सब रजिस्ट्रार शिक्षा पवन, के के गोयल जी, प्रहलाद मीना जी, पद्मा जी, कन्हैयालाल सोनीजी, प्रकाश जी, सुखविंदर जी, स्टॉकहोल्डिंग ई-स्टाम्पिंग की ओर से ई-स्टाम्पिंग एरिया मैनेजर पवन रुनवाल जी ,शाखा प्रबंधक मधुसूदन जी, जितेन्द्र सिंह, वर्षा, स्टाम्प विक्रेता ए.सी.सी.विष्णु मित्तल जी,अधिवक्ता गण से वर्षा शर्मा मौजूद रहे।