मध्य प्रदेश

पैसों के अभाव में मरीज को नहीं मिला समय पर इलाज, मौत

भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> गोहद थाना अंतर्गत एक महिला मरीज को डेंगू के लक्षण दिखने पर ग्वालियर रैफर कर दिया, परन्तु परिजनों पर पैसे का अभाव में ग्वालियर न ले जाते हुए घर ले गए जहां महिला ने दम तोड़ दिया।

गोहद थाना प्रभारी गोपाल सिकरवार के मुताबिक गोहद के वार्ड क्रमांक आठ में रहने वाली रेखा पत्नी गोलू उर्फ राजेंद्र माहौर की शादी एक साल पहले हुई थी। महिला पिछले एक सप्ताह से मलेरिया से पीडि़त थी। महिला गोहद स्थित सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए आई। गोहद अस्पताल में तैनात चिकित्सकों ने महिला की जांच कराई, जिसमें प्लेटलेट्स गिरा दिखाया। इसके बाद पीडि़ता को लेकर परिजन चले गए। पीडि़ता की तबियत बिगड़ी तो ससुरालियों ने गंज में स्थित एक झोलाछाप डॉक्टर से उपचार कराया। गुरुवार की शाम रेखा की तबियत बिगड़ गई। इसके बाद परिजन सरकारी अस्पताल गोहद लेकर पहुंचे। यहां तैनात चिकित्सक डॉ. धीरज गुप्ता ने महिला की हालत नाजुक बताई और तत्काल ग्वालियर के लिए रेफर किया। परंतु, ससुरालियों ने पैसा का अभाव बताते हुए भर्ती कर दिया।

रात में बिगड़ी हालत तो ले गए घर

इसके बाद महिला की हालत रात के समय बिगड़ी। परिजनों छुट्टी कराकर ग्वालियर ले जाने की तैयारी करने लगे। महिला को घर लेकर पहुंचे। जब परिजन ग्वालियर की तैयारी कर रहे थे। इसी समय विवाहिता ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत की खबर मायके पक्ष को दी गई। इसके बाद मायके पक्ष के लोग आए। उन्होंने रेखा की मौत पर हंगामा खड़ा कर दिया। ससुरालियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। महिला की मौत के बाद हंगामा देखते हुए मोहल्ले वाले मौके पर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शी रमजान खान के मुताबिक पुलिस को सूचना दी गई। शाम करीब साढ़े पांच बजे पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।

स्वास्थ्य विभाग नहीं मान रहा डेंगू

महिला की मौत पर पर स्वास्थ्य विभाग डेंगू जैसे लक्षणों की बात कर रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ डीके शर्मा के मुताबिक महिला की प्लेटलेट्स 1 लाख के करीब थे। महिला बुखार से पीडि़त थी। परिजन निजी चिकित्सक से उपचार करा रहे थे। इसलिए हालत खराब हुई। वहीं थाना प्रभारी सिकरवार का कहना है कि महिला डेंगू से पीडि़त थी। प्लेटलेट्स को परिजन 35 हजार होना बता रहे थे।