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बालश्रम की समाप्ति हेतु ज़्यादा प्रयास करने होंगे- प्रदीप नायर, सेव द चिल्ड्रन

बालश्रम विरोधी अभियान मध्यप्रदेश (CACL MP) के तत्वावधान में एक दिवसीय विमर्श सम्पन्न

बच्चों के लिए सभी काम खतरनाक हैं- बालमंच साथी

भोपाल @rubarunews.com>>>>>>>>>>>>>>> बालश्रम विरोधी अभियान मध्यप्रदेश (CACL MP) के तत्वावधान में बालश्रम व बाल अधिकारों और संरक्षण व सुरक्षा की स्थिति जानने हेतु एक दिवसीय ऑनलाइन राज्य स्तरीय विमर्श आयोजित किया गया।

आयोजित विमर्श में आगामी विश्व बालश्रम निषेध दिवस 12 जून 2021 को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय व राष्ट्र स्तरीय बाल संसद ऑनलाइन वेविनार में प्रदेश के विभिन्न जिलों से सहभागिता करने वाले बालमंच/ समूहों के बाल, किशोर व युवा साथियों के चयन करने हेतु प्रक्रिया की गई।

आयोजित राज्य स्तरीय विमर्श में संजय सिंह वरिष्ठ साथी व साहित्यकार ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में उपस्थित सहजकर्ताओं का परिचय कराते हुए अभियान की गतिविधियों की व्यापक जानकारी देते हुए सत्येन्द्र पाण्डेय CACL भोपाल ने बालश्रम व बच्चों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की। राजीव भार्गव स्टेट कन्वीनर मध्यप्रदेश ने विमर्श के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए बालश्रम विरोधी अभियान की गतिविधियों के बारे में व्यापक जानकारी दी।

बालमंच/ समूहों के बाल, किशोर व युवा साथियों द्वारा अपने-अपने जिलों में बालश्रम व बच्चों की सुरक्षा पर विचार व्यक्त किए 

बालश्रम उन्मूलन हेतु संचालित अभियान के तहत राज्य स्तरीय परामर्श में 25 जिलों के सहभागिता करने वाले बालमंच/ समूहों के बाल, किशोर व युवा साथियों द्वारा अपने-अपने जिलों में कोविड संक्रमण व लोकडाउन, जनता कर्फ्यू के दौरान बालश्रम की वास्तविक स्थिति से अवगत कराते हुए बालश्रम रोकने व बच्चों की सुरक्षा हेतु अनेक सुझाव दिए। बालश्रम की स्थिति से रूबरू कराते हुए बालमंच/ समूहों के बाल, किशोर व युवा साथियों ने बालश्रम मुक्त समाज और प्रदेश बनाने हेतु परिवार, समाज व सरकार के स्तर पर किस प्रकार की गतिविधियों का संचालन हो? कैसे शासकीय कार्यक्रमों और योजनाओं का धरातलीय क्रियान्वयन सुनिश्चित हो? साथ ही जिम्मेदारों व नियोक्ताओं पर क्या और कैसी कार्यवाही व दण्ड अधिरोपित हों? जिलों में गठित बाल कल्याण के लिए गठित संस्थाओं को किस प्रकार कार्य करने की वर्तमान समय मे आवश्यकता है? उक्त विन्दुओं पर आधारित व्यापक विचार व्यक्त किए। बाल मंच के साथियों द्वारा अभियान को भावी कार्ययोजना को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु आवश्यक सुझाव दिए।

प्रदेश के विभिन्न जिलों के बाल साथियों ने सुझाव देते हुए वर्तमान संचालित कानूनों में संशोधन होना चाहिए यह मांग रखी ताकि किसी भी प्रकार का बालश्रम न हो सके और बालश्रम मुक्त समाज बन सके। सभी बच्चों को भी गरिमापूर्ण जीवन जीने के अवसर प्राप्त हो सकें।

अभियान सहयोगियों व सहजकर्ताओं के विचार

बालश्रम को समाप्त करने के लिए ज़्यादा प्रयास करने होंगे। कोविड में के.के. त्रिपाठी नेशनल टीम सीएसीएल नईदिल्ली ने 12 जून को आयोजित होने वाले बालश्रम उन्मूलन राष्ट्र स्तरीय विमर्श के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक राज्य में बालश्रम की स्थिति अलग है, इसलिए हमें राज्य की स्थिति अनुसार राज्य सरकार और केन्द्र स्तर पर सरकार को बालश्रम के कानूनों में बदलाव के लिए आवश्यक बात करना होगी।

कार्यक्रम में सुश्री शर्मीली वासु टीडीएच संस्था ने कहा कि बच्चों के द्वारा बच्चों की समस्या को सुनना ज़रूरी है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे कार्यक्रम किये जा रहे जिससे प्रत्येक राज्य की बालश्रम और बाल मुद्दे निकल आये और हम सरकार तक बालश्रम को समाप्त करने हेतु बात रखे। बालश्रम को समाप्त करने के लिए हम सबको मिलकर पुरजोर प्रयास करने की आवश्यकता है।

विमर्श में प्रदीप नायर सेव द चिल्ड्रन द्वारा सतत विकास लक्ष्यों को परिभाषित करते हुए बताया कि सरकार को 2030 तक बालश्रम को समाप्त करने के लिए ज़्यादा प्रयास करने होंगे। कोविड की वजह से स्तिथि ज़्यादा खराब हुई है। ग्वालियर से अभियान साथी संदेश बंसल ने बालश्रम रोकने के प्रयासों को ज्यादा मजबूती के साथ करने की बात कही।

विमर्श में दतिया जिले के बाल साथियों ने शेयर किए अनुभव

राज्य स्तरीय विमर्श में दतिया जिले में बालश्रम व बाल संरक्षण, सुरक्षा की स्थिति पर बाल साथी ब्रिजकुअँर पाँचाल, आयुष राय, रोहित मांझी, साधना नामदेव, भरत नामदेव ने अनुभव शेयर करते हुए मांगे रखी।

 

अध्यक्षीय उद्बोधन : संजय सिंह “बाबूजी”

राज्य स्तरीय विमर्श में अध्यक्षता कर रहे संजय सिंह द्वारा सहभागिता करने वाले बालमंच/ समूहों के बाल, किशोर व युवा साथियों के विचारों की अभिव्यक्ति की सराहना करते हुए प्रदेश भर में अभियान की गतिविधियों को प्रभावी रूप से संचालित करने की आवश्यकता बताई साथ ही अभियान की आगामी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। दतिया जिले से अभियान साथी रामजीशरण राय व बलवीर पाँचाल सहजकर्ता ने विमर्श में सहभागिता की।

राज्यस्तरीय विमर्श में प्रभावी संचालन सुश्री तरन्नुम रफीक खान द्वारा किया। विमर्श के अंत में अभियान साथी रामजीशरण राय ने बालश्रम उन्मूलन राज्य स्तरीय विमर्श में सहभागिता कर रहे सभी बालमंच/ समूहों के बाल, किशोर व युवा साथियों का जिन्होंने अपने-अपने जिलों की स्थिति को रखा उनका व सहभागी सभी साथियों का आभार व्यक्त किया साथ ही विमर्श में मार्गदर्शन प्रदान करने वाले वरिष्ठ साथियों व अभियान सहयोगियों व सहजकर्ताओं के साथ ही आयोजक मण्डल, संचालक मण्डल का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में इसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा के साथ धन्यवाद ज्ञापित किया।

विमर्श में 160 बच्चों व सहजकर्ताओं द्वारा सहभागिता की गई। उक्त जानकारी अभियान सहयोगी सुश्री तरन्नुम रफीक खान CACL मध्यप्रदेश द्वारा दी गई।