राजस्थान

बाल तस्करी विरोधी दिवस पर बालिकाओं को किया बाल तस्करी के प्रति जागरूक

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> “बच्चो की न्याय तक पहुंच“ कार्यक्रम के तहत राजकीय कन्या आवासीय छात्रावास की बालिकाओं को “विश्व बाल तस्करी विरोधी दिवस“ पर बाल तस्करी के प्रति जागरूक किया गया। इस मौके पर ग्रामराज्य विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान की रेड एण्ड रेस्क्यू ऑफिसर कृष्णा शर्मा ने बालिकाओं को बाल तस्करी के बारे में जानाकरी देते हुए बताया कि किसी भी बच्चे को डराकर, बलपूर्वक, धोखा या दोष पूर्ण तरीके से, बंधक बना कर रखना, एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना और पेसो से बेचना यह बाल तस्करी के अंतर्गत आता है इसमें पीड़ित बच्चो  के इच्छा के विरुद्ध विभिन्न रूप जैसे बाल श्रम, बाल यौन उत्पीड़न, देह व्यापार, घरेलू कार्य , गुलामी, भीख मंगवाना, अंग व्यापार, बाल विवाह, ऑनलाइन सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को झूठे नौकरी और विज्ञापन या वादे करके उनको आकर्षित करना, बालिकाओं को मॉडलिंग के सपने दिखा कर तस्करी करना आदि बाल तस्करी के तहत आते है।  इन्होंने बताया कि किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए और यदि आपके साथ ऐसा कुछ होता है तो आपके आस पास के लोगो को आवाज लगाए, जोर जोर से चिल्लाए, ताकि आपकी त्वरित मदद मिल सके। इस दौरान चाइल्ड लाइन कॉर्डिनेटर हेमलता रमडवाल ने बताया  अगर आपके साथ घर परिवार या कोई भी ऐसा दुर्व्यहार करता है तो  आप  चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर सुचना दे। इस जागरूकता कार्यक्रम में छात्रावास परिसर के प्रबंधक संगीता मीना, चाइल्ड लाइन सदस्य दीक्षा कंवर, रामचरण मीणा , जीवीपीएस कम्युनिटी चैंपियन खटकड़ सपना केवट और छात्रावास की बालिकाए मौजूद रही।