कोरोना काल के बाद पहली बार जनसुनवाई में अधिकारियों ने सुनी पीडि़तों की फरियाद
भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> कोरोना काल में जनसुनवाई होना बंद हो गई थी, जिस कारण कई लोग परेशान चल रहे थे, लेकिन अब फिर से अफसरों ने पीडि़तों की सुनवाई शुरु कर दी है मंगलवार को जनसुनवाई में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एएसपी कमलेशङ्क्षसह खरफुसे के पास एक पीडि़त पहुंचा और बोला साहब मेरे बेटा की हत्या मार्च महीने में की गई थी। अब तक पुलिस ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम किया है, जबकि मेरे बेटे की हत्या की गई है। हत्या आरोपी खुलेआम घूमे रहे है। यह बात मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान पुलिस मुख्यालय में अपनी फरियाद सुनाते हुए सुरपुरा निवासी कैलाश जाटव ने कही। पीडित ने बताया कि मेरा बेटा नीशू सुरपुरा में गल्ला व्यापारी के यहां मजदूरी करता था। मजदूरी के पैसों को गल्ला व्यापारी के पास बहन की शादी के लिए जमा कर रहा था। पीडि़त ने पुलिस को यह भी बताया कि 29 मार्च को मेरे बेटे ने पैसा लिए। इसके बाद आरोपियों द्वारा मेरे पुत्र नीशू को अटेर ले गए और उसका मर्डर कर दिया। अब पुलिस इस मामले को दावा रही है। नीशू की हत्या के साक्ष्य पुलिस ने जुटाए है। इसके बाद भी पुलिस पूरे मामले में आरोपियों को नहीं पकड़ रही है। वहीं, जनसुनवाई में बारे का पुरा में रहने वाले संतोष जाटव ने भी पुलिस के सामने आवेदन दिया है। इसमें फरियादी ने कहा कि उस पर झूठा छेडछाड का मुकदमा दर्ज कराया गया।
कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम ने की जनसुनवाई
कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस समेत अन्य प्रशासनिक अफसरों ने जनसुनवाई की। जनसुनवाई के दौरान भीम नगर में रहने वाली रूबी जैन ने कलेक्टर के समक्ष शिकायती आवेदन देते हुए कहा कि मेरे घर में पति और ससुर है। ससुर बुजुर्ग है। पति टिक्की का ठेला लगाते है। पिछले एक साल से मेरा बिजली मीटर तेज भाग रहा है। हर महीने चार से पांच हजार का बिल आ रहा है। बिजली अफसरों से शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती है। जनसुनवाई में लोहार पुरा मौ के रहने वाले मानवेंद्र सिंह यादव ने भी शिकायत की है। पी?ित ने बताया कि वो रतवा हाईस्कूल में अतिथि शिक्षक लंबे समय से था। स्कूल के प्राचार्य ने अतिथि शिक्षक पर रखने के लिए रिश्वत मांगी। मैंने पैसा देने से इनकार कर दिया। इसके बाद मुझे स्कूल से हटा दिया। स्कूल में पदस्थ अटल बिहारी यादव के छोटे भाई को अतिथि शिक्षक के पद पर रख लिया है। जबकि अटल विहारी के भाई के पास डीएड व बीएड नहीं है। फर्जी कागजों के आधार पर लगाया गया है। मिहोना के रहने वाले कमल किशोर पारासर ने जनसुनवाई में अपनी फरियाद सुनाते हुए कलेक्टर को बताया कि वो दिव्यांग है। आय का कोई साधन नहीं है। उनका कच्चा मकान था जोकि टूट कर गिर रहा है। फरियादी ने कलेक्टर से आवास के लिए राशि स्वीकृत करने की मांग की।
कोविड के बाद शुरू हुई जनसुनवाई में कम आए आवेदक
कोरोना काल की दूसरी लहर में बंद हुई जनसुनवाई मंगलवार से पुन: पूरे प्रदेश में शुरू हो चुकी है। जनसुनवाई के पहले दिन भिंड जिला मुख्यालय में आवेदकों की संख्या अपेक्षा कृत कम रही। कलेक्ट्रेट व एसपी ऑफिस में सुबह से ही अफसर लोगों की फरियाद सुनने के लिए निर्धारित समय पर पहुंचे गए। यहां आवेदकों ने बारी-बारी से अपनी समस्या अफसरों को सुनाई।