कोरोनॉताजातरीनदतियामध्य प्रदेश

हर नागरिक संक्रमण से बचाव के लिए बरते सावधानी– शिवराज सिंह

👉रात्रिकालीन कर्फ्यू का फैसला

👉विश्व में बढ़ रहे प्रकरण चिंता पैदा कर रहे

👉स्कूलों में रहेगी बच्चों की 50 प्रतिशत उपस्थिति

👉मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिया प्रदेश की जनता को संदेश

भोपाल @rubarunews.com>>>>>>>>>>>>>>>>>> मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओमिक्रोन वायरस की तीव्र प्रसार और वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए हम सभी के लिए सचेत होने का यह उपयुक्त समय है। भारत सरकार ने भी संक्रमणसे बचाव के लिए गाइड लाइन जारी की है। हमें फेस मॉस्क के उपयोग, परस्पर दूरी बनाने और जमावड़ों और भीड़-भाड से बचने के लिए सजग रहना है। वैक्सीन के दोनों डोज़ सभी को लगवाना है। डोज़ से शेष रह गए सभी लोग इसे प्राथमिकता से लगवाकर स्वयं, परिवार, समाज के लिए सुरक्षा चक्र सुनिश्चित करने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज शाम प्रदेश की जनता के नाम संदेश में कहा कि कुछ राज्यों में गत एक सप्ताह से बढ़ रहे पॉजिटिव प्रकरण को देखते हुए मध्यप्रदेशवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा बहुत आवश्यक है। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहरों में भुगते कष्ट स्मरण करते हुए हमें परी तरह सावधान रहना है। तीसरी लहर को आने से हमें रोकना है।

महीनों बाद मध्यप्रदेश में आज 30 प्रकरण 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में आज कई महीनों बाद कोविड के 30 नए प्रकरण मिले हैं। कल पूरे देश में भी 7 हजार 495 पॉजिटिव प्रकरण आए हैं। एक बात जो मन में चिंता पैदा करती है वो यह है कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली, तीनों राज्यों में पिछले एक सप्ताह से पॉजिटिव केसों में लगातार वृद्धि हो रही है। कल ही महाराष्ट्र में 1201, गुजरात में 91 और दिल्ली में 125 प्रकरण आए हैं। हम सब जानते हैं इन राज्यों से मध्यप्रदेश में आना-जाना लगातार बना रहता है और पूर्व के अनुभव भी हमें यह बताते हैं कि पिछली बार भी महाराष्ट्र में पॉजिटिव केस बढ़ना शुरू हुए। गुजरात में बढ़े और उसके बाद मध्यप्रदेश में केस बढ़े। पहली लहर हो या दूसरी लहर। दूसरी लहर में जो कष्ट हमने भुगते हैं वह हम कभी भूल नहीं सकते। अगर पुरानी दोनों लहरों को भी देखा जाए, पहली हो या दूसरी हो, प्रारंभ इंदौर-भोपाल से ही हुई और अभी इंदौर तथा भोपाल में प्रकरण बढ़कर लगभग साप्ताहिक प्रकरण नवंबर महीने की तुलना में दिसंबर में 3 गुना हो गए हैं।

बदला है कोरोना ने अपना स्वरूप 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना ने अपना स्वरूप बदला है और नया स्वरूप ओमिक्रोन के रूप में देश के 16 राज्यों में आ चुका है। इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि मध्य प्रदेश में भी ओमिक्रोन वायरस के केस जल्दी आ जाए। यदि हम पूरी दुनिया का भी अध्ययन करें और पूरी दुनिया का अनुभव देखें तो ओमिक्रोन बहुत तेजी से फैलता है। इंग्लैंड में एक लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। अमेरिका में भी लगभग ढाई लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। यूरोप में भी ओमिक्रोन बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है और उपरोक्त सभी कारणों को देखते हुए मुझे अंतरआत्मा से यह लगता है कि यह सही समय है जब हम सचेत हो जाएं। कोविड की तीसरी लहर को आने से रोकें, तेजी से संक्रमण ना फैले, इसके लिए हर आवश्यक उपाय करें।

मॉस्क अवश्य लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से कहा है कि भारत सरकार ने भी कुछ गाइडलाइन जारी की है। मेरी आपसे प्रार्थना है कि अब देर ना करें, मॉस्क जरूर लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं, अनावश्यक भीड़ में ना जाएं, अनावश्यक जमावड़ा ना हो और अब तक अगर किसी ने वैक्सीन का डोज नहीं लिया, तो टीका जरूर लगवाएं। पहला लगा लिया हो तो दूसरे में देर ना करें, अगर समय की अवधि पूरी हो गई हो तो तुरंत दूसरा टीका भी लगवाएं।

स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इसके साथ ही हमने पहले ही तय कर दिया था कि स्कूल में जो हमारे बच्चे हैं वे 50% की संख्या में ही जाएंगे ताकि वहां सोशल डिस्टेंसिंग बनी रह सके। यह बच्चों के हित में आवश्यक है।

रात्रिकालीन कर्फ्यू रात्रि 11 से प्रातः 5 बजे तक

हम आज एक फैसला और कर रहे हैं कि रात्रि कालीन कर्फ्यू रात 11:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक लगा रहेगा। अगर आवश्यकता पड़ी कुछ और उपाय हम जरूर करेंगे। अगर कोविड का कोई पॉजिटिव केस आता है तो घर में अगर पर्याप्त स्थान है तो घर में उसको आइसोलेट करके इलाज करेंगे और नहीं तो हर हालत में उनको अस्पताल में ही भर्ती कराना चाहिए ताकि परिजन वायरस के संक्रमण से बच सकें। हमें सावधान रहना है। याद रखना, सावधानी में ही सुरक्षा है, मेरी प्रार्थना है आप सब सहयोग करें ताकि तीसरी लहर के संकट से हम अपने प्रदेश को बचा पाएं और अपनी जनता की जिंदगी की सुरक्षा कर पाएं, यह आप सबके सहयोग से ही होगा।