राजस्थान

उल्लास, उमंग व भक्ति के भवसागर मंे मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु, हर तरफ छाई खुशियों की बहार

   कोटा.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com– पुण्योदय अतिशय क्षेत्र नसियां जी में मुनिश्री सुधासागर जी महाराज के सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन समाज समिति एवं पुण्योदय अतिशय क्षेत्र कमेटी नसियां के तत्वाधान में आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज की 54वीं दीक्षा जयंती हर्षाेल्लास एवं श्रद्धापूर्वक धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर भक्तिभाव से परिपूर्ण गीतों पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर नृत्य करते रहे। धर्म की गंगा भरे माहौल मंे श्रद्धालुगण नाचते-गाते हुए अपने गुरू के प्रति श्रद्धा का भाव प्रकट करते रहे।

 

दीक्षा जयंती समारोह में जब “मेरे मन को सुधासागर जी भाव गए रे……, ऐसा जादू किया तुमने गुरूवर हो गए हम तुम्हारे दीवाने….. गए जोर मेरो चाले हीरा मोतियां सूं नजर उतार दूं…… भक्तों रे आओ खुशियां मनाओ,महोत्सव है आया गुरूवर का, बज गए ढोल नगाड़े ओए क्या बात हो गई, मेरे मंदिर में भक्ति की बरसात हो गई” सरीखे भजनों पर अलग-अलग महिला मण्डल झूमते-गाते और नृत्य करती हुई एक-एक टोली के रूप में आचार्य सुधासागर जी महाराज का पूजन करने पहुंची। श्रावक-श्राविकाओं के भक्ति भाव से मुनिश्री सुधासागर जी महाराज ने अपना आर्शीवाद दिया। समारोह मंे पूरे पाण्डाल को रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजाया गया था। सिंगर सौरभ सिद्धार्थ एंड पार्टी ने भक्तिभाव से परिपूर्ण भजनों की संगीतमय प्रस्तुति देकर समां बांधा।

पुण्योदय अतिशय क्षेत्र कमेटी नसियां जी के निदेशक हुकम जैन काका ने बताया कि समारोह के दौरान चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने प्रवचन के दौरान मुनि श्री सुधासागर जी महाराज के चरणों में श्रीफल अर्पित कर उनका आर्शीवाद लिया। नसिया जी मंदिर के अध्यक्ष जम्बू जैन सर्राफ एवं महामंत्री महेन्द्र कासलीवाल ने बताया कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज की दीक्षा जयंती के उपलक्ष में नसिया जी मंदिर परिसर में पौधारोपण किया गया।

इस अवसर पर मुनिश्री सुधासागर जी महाराज ने अपने प्रवचनों मंे कहा कि व्यक्ति को कर्म प्रधान बनना चाहिए, यानी बिना फल की इच्छा मन में लिये कर्म करते रहना चाहिए। साधु से मुझे क्या मिला यह सब छोड़ दो, बस यह सोचो कि मुझे एक सच्चा साधु मिला। उन्हांेने कहा कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज के रूप में हमें बहुमूल्य संत और निधि मिली है, आचार्य विद्यासागर इस युग के सर्वोच्च साधु हैं और यह हम सभी का सौभाग्य भी है कि हमें ऐसे संत के युग में जन्म मिला है, हमारा जीवन धन्य हो गया है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्रान किया कि अपने जीवन के कल्याण के लिए ऐसे संत के दर्शन करने का सौभाग्य जरूर लेना चाहिए।

दीक्षा जयंती समारोह में मुख्य रूप से पुण्योदय अतिशय क्षेत्र नसिया जी के निदेशक हुकम जैन काका, अध्यक्ष जम्बू जैन सर्राफ, महामंत्री महेन्द्र कासलीवाल, कोषाध्यक्ष मनीष मोहिवाल, सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नान्ता, परम संरक्षक राजमल जैन पाटौदी, कार्याध्यक्ष अजय बाकलीवाल, महामंत्री विनोद जैन टोरड़ी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश जैन मड़िया, नरेश जैन वेद, श्रीमती निशा जैन वेद, धर्मचंद जैन, आशा श्रीमालका, डॉ. संतोष जैन, संगीता नगेदा, शालिनी जैन, कामिनी जैन, सुनील नगेदा, अनिल जैन, सुनील मड़िया, वीरेन्द्र जैन, श्रीमती अर्चना दुगेरिया, श्रीमती बीना जैन, आशा श्रीमाल समेत अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।