राजस्थान

सर्वधर्म सद्भाव का पौषक है पुरातन गजलक्ष्मी मंदिर : पुरी

बूंदी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com>> – नवल सागर तालाब के किनारे स्थित मां गजलक्ष्मी का पुरातन ऐतिहासिक मंदिर जो के देवी शक्ति के रूप में तांत्रिक प्रभाव के साथ प्रसव वेदना से पीड़ित प्रसूता को सहज प्रसव प्रदान करता है यही नही माँ धनधान्य वैभव देने वाली देवी के रूप में भारत से बाहर भी प्रबल आस्था केंद्र है।

उक्त विचार उमंग संस्थान द्वारा आयोजित साप्ताहिक प्रश्नोत्तरी बूंदी को जानो के परिणाम घोषणा के अवसर पर मुख्य अतिथि गज लक्ष्मी मंदिर प्रबंधन से जुड़े गोस्वामी कैलाशपुरी ने मंदिर के इतिहास कला व चमत्कारिक प्रभाव की जानकारी देते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लगभग 400 वर्ष से स्थापित यह मंदिर सर्वधर्म सद्भाव का पूरक है क्योंकि किवदंतियों के अनुसार इसके साथ ही तालाब के दूसरी ओर स्थित ईदगाह प्रादुर्भाव एक साथ होना बताया जाता है यह स्थानिक संबंध है जो कि हिन्दू व मुस्लिम अटूट प्रेम व आपसी भाईचारे का प्रतीक रहा है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद समाजसेवी संजय पुरी ने कहा कि मंदिर की आस्था देश ही नहीं अपितु विदेशों में रहने वाले श्रद्धालुओं से भी जुड़ी हुई है। शुक्रवार व विशेषकर दीपावली के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है । आज आवश्यकता इस बात की है कि इस ऐतिहासिक पौराणिक स्थल के विकास व इसे पर्यटन के मानचित्र में उभारने व सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए।

साप्ताहिक प्रश्नोत्तरी के परिणामों की घोषणा के अवसर पर गजलक्ष्मी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में संयोजक सर्वेश तिवारी ने प्रतियोगिता के पचासवें राउंड के प्रश्न की जानकारी देंते हुए बताया के मां गजलक्ष्मी के भारत में केवल दो ही मंदिर है एक महाराष्ट्र में और दूसरा बूंदी में इस बार का प्रश्न मां गजलक्ष्मी मंदिर से जुड़ा हुआ था जिसके विजेता कोटा के महावीर सुमन व बून्दी जे अभिषेक यादव रहे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्थान के संरक्षक अधिवक्ता अनिल शर्मा व उपाध्यक्ष विनोद कुमार गौतम ने अतिथियों का अभिनंदन किया। सचिव कृष्णकांत राठौड़ ने संस्थान का परिचय देते हुए विजेताओं को बधाई दी व अतिथियों का आभार प्रकट किया । इस अवसर पर आयोजक दल के रोवर जसपाल सिंह,लोकेश व योगेश कुमार सहित मंदिर समिति सदस्य उपस्थित थे।

Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com