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रक्तदान और बेजुबान पशु पक्षियों के लिए निभाऐं सामाजिक सरोकार – अनिल शर्मा

बून्दी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- वैश्विक महामारी कोरोना के चलते हुए लॉक डाउन की वजह से जहाँ लोग घरों के अंदर कैद हैं, ऐसे में मानव समाज पर आश्रित बेजुबान पशु पक्षी भी व्यथित हैं। ऐसे हालातों के चलते जिला अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक में रक्त की आपूर्ति पर असर देखने को मिला हैं।

उमंग संस्थान के संरक्षक एवं ब्लड बैंक के ब्रांड एम्बेसडर रहे अनिल शर्मा ने रक्तदाताओं से स्वैच्छिक रक्तदान अपील करते हुए कहा कि रक्तदान जैसे कार्य को सामाजिक सरोकारो ंमे जोड़ने की आवश्कता हैं। इन्होंने कहा कि रक्त केवल मानव शरीर में उत्पादित होता हैं, ऐसे में रक्त की आपूर्ति केवल रक्तदान द्वारा हो सकती हैं। रक्तदान करने वाला दाता ही नहीं जीवन रक्षक भी होता हैं।
अनिल शर्मा ने अपील करते हुए कहा कि आगामी 13 अप्रेल को जलियांवालाबाग की बरसी और 14 अप्रेल को अम्बेडकर जयन्ति पर स्वैच्छिक रक्तदान कर इन विभुतियों को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते है। अभी कोरोना और आगे गर्मियों के चलते ब्लड बैंक में रक्त की मांग और आपूर्ति में व्यापक अन्तर रहेगा, इसलिए भी स्वैच्छिक रक्तदान आवश्यक है। शर्मा ने कोरोना महामारी से जंग लड़ने, स्वयं, परिवार और समाज को स्वस्थ रखने हेतु सोशल डिस्टेंस की बात भी कही।

लाॅकडाउन की अवधि में स्वयं के स्वास्थ्य लाभ के साथ जीवों का रखे ध्यान…..
बेजुबान पक्षियों के लिए परिण्डें लगाते हुए फोटो लें और पुरस्कार पाऐं…….

संस्थान के उपाध्यक्ष और सेवबर्ड्स कार्यक्रम के संयोजक विनोद कुमार गौतम ने लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए घर में रहकर बेजुबान पक्षियों के लिए पेयजल और दाना पानी की व्यवस्था की अपील की। इन्होंने कहा कि वर्तमान मे बढ़ते गर्मी की तपन और तेज धूप में मानव समाज पर आश्रित यह बेजुबान पशु पक्षी भूख प्यास से व्याकुल हैं। गौतम ने कहा कि बेजुबान पक्षी मानव और प्रकृति के बीच की अहम् कड़ी और पृथ्वी पर प्रकृति के दूत और संवाहक है। इनके प्रति अपने नैतिक दायित्व निभाते हुए दाना पानी की व्यवस्था करते हुए अपनी छत या नजदीकी किसी छायादार स्थान पर परिण्डे लगाए।
सेवबर्ड्स कार्यक्रम की प्रभारी अनुराधा जैन ने कहा कि अपने हुनर और अपने अंदर की प्रतिभा को निखारते हुए परिण्ड़े घर पर बनाऐ जा सकते हैं। घर में बेकार पड़ी पुरानी मटकियों, तेल आदी की पुरानी और खाली पीपीयों का सदुपयोग कर यह परिण्ड़े घर पर बना कर उपयोग कर सकते है। लाॅकडाउन का पालन करते हुए हम यह पुण्य का कार्य कर सकते हैं।
विनोद कुमार गौतम और अनुराधा जैन ने बताया कि बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए भीषण गर्मी में घर पर दाने पानी की व्यवस्था करने के लिए प्रेरित करने हेतु सोशल मीडिया पर आयोजित होने वाली ऑनलाइन प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति बेजुबान पक्षियों के लिए परिंडे लगाते हुए अपनी फोटो उमंग संस्थान के फेसबुक पेज पर डाल कर भाग ले सकता है और प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार जीत सकता है।