बाल भिक्षावृति नही होवे , बच्चे है देश का भविष्य – सांखला
राजसमन्द .K.K.Rathore/ @www.rubarunewsworld.com- जिले में जतन संस्थान द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन परियोजना की टीम द्वारा बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक के निर्देशन में जसवंत पूरा रंगास्वामी बस्ती में ओपन हाउस किया गया, जिसमे में भिक्षावृति की रोकथाम के लिए चर्चा की गई |
जिला समन्वयक संजय राव ने बताया की पंचायत समिति आमेट की ग्राम पंचायत जिलोला के गाँव जसवंत पूरा में भिक्षावृति की रोकथाम के लिए ओपन हाउस किया गया जिसमे बच्चो को शिक्षा से जोड़े एवं शिक्षा के फायदे के बारे में , भिक्षावृति नही करने की समझाईश,पालनहार , व् श्रमिक कार्ड, छात्रव्रती संबंधित योजनाओ की जानकारी देते हुए बच्चो को ,मास्क ,फल , व साबुन दिया गया |
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कृष्णकांत सांखला द्वारा बच्चो के परिजनो की समझाईश करते हुए बताया कि बच्चे सिर्फ बच्चे नही भारत का भविष्य होते है आने वाले कल का भविष्य है इन्हें शिक्षा से वंचित नही करे |उन्होंने उदाहरण के माध्यम से बताया की जैसे एक आम का पौधा होता है यदि उसे पेड़ बनने से पहले काट दिया जाये तो केवल लकड़ी ही मिलेंगी फल नही लेकिन और यदि आप आम के पेड़ को पानी देते रहेंगे तो वही पेड़ बड़े होने के बाद आपको फल, छाया , लकड़ी देगा |इसी प्रकार बच्चो को शिक्षा से सिचाई करने से बड़ा होकर , रुपया , इज्जत सभी देंगे |
इसी तरह बच्चो को कम उम्र में भिक्षावृति और मजदूरी की और धकेले ने से बच्चो का भविष्य ख़त्म हो जाता है और आगे चलके बच्चे शिक्षा के अभाव से गरीबी रेखा से उभर नही पाते है ।बच्चो की कामयाबी के लिए शिक्षा व संस्कार की आवश्यकता होती है | उन्हें बच्चपन में भिक्षावृति नही करवाकर उन्हें शिक्षा से जोड़े
साथ ही सांखला ने सभी जगह पालना ग्रह की जानकारी देते हुए बताया की कोई भी नवजात शिशु को फेंके नही उसे चिकित्सालय में बने पालना ग्रह में छोड़े या राजसमन्द में बने शिशु ग्रह में भी लाकर दे सकता है उस दम्पति या महिला पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही होंगी एंव इसके साथ ही ऐसे बच्चो की जानकारी आप चाइल्ड लाइन 1098 पर भी दे सकते है इसके साथ ही सांखला ने जिले में संचालित सभी शेल्टर होम की जानकारी दी गयी साथ ही पालनहार एवं श्रमिक कार्ड की योजना के बारे में अवगत करवाया गया |
सरपंच रामलाल गुर्जर ने बताया की बाल भिक्षावृति में फंसे बालक बालिका एंव परिवारजन से उनसे यही आग्रह किया की बच्चो को भिक्षावृति नही करवाए एंव बच्चो संबंधित कोई भी समस्या आने पर पंचायत में कोरम में अपनी बात रखे उनका निश्चित ही निवारण किया जायेंगा साथ ही की हमारे गांव का कोई भी बच्चा भिक्षावृति या बाल मजदूरी करने नही जाएगा और साथ हमारे गांव का कोई भी व्यक्ति भीख नही मांगे आज इसका संकल्प लेंगे और गाँव का गौरवशाली बनाऐंगे और बाल अधिकारिता विभाग और चाइल्ड लाइन को पंचायत के आगामी कोरम की बैठक में हिस्सा लेने के लिए भी कहा गया ।
साथ ही बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कृष्णकांत सांखला केनिर्देशन में चाइल्ड लाइन 1098 टीम द्वारा मनरेगा कार्यरत श्रमिको को अपने बच्चो को अच्छा व् बुरा स्पर्श के बारे में बता सके इसके लिए टीम जिले के सतो ब्लॉक के मनरेगा में परिजनों को प्रशिक्षण देने का काम कर रही ही है इसके साथ ही फेक्ट्रियो, ईट भट्टो पर कार्य करने वाले श्रमिक जो अपने छोटे बच्चो को कार्यस्थल पर लाते है, उनके कार्यस्थल पर आवश्यक जरूरतों यथा भोजन , वस्त्र इत्यादि का आंकलन कर क्रेंच की आवश्यकताओ का भी पता लगा रहे है |
रेशमा परवीन ने बच्चो को अच्छे व बुरे स्पर्श की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बालको की देखरेख व सुरक्षा के लिए संचालित चाइल्ड लाइन 1098 एक आपातकालीन फ़ोन सेवा है जो मुसीबत में फंसे बच्चों की सहायता हेतु 24 घंटे तेयार है अगर आपके आसपास एसा कोई बच्चा है जेसे गुमशुदा, शोषित, देखरेख की जरुरतहै, उन बच्चों की सहायता के लिए आप 1098 पर फ़ोन करके हमें बता सकते है |
टीम सदस्य गंगाराम , जी.एल .गुर्जर ,अनीता , रेशमा , प्रतीक , गोर्वधन एवं स्थानीय विद्यालय की अध्यापिका उपस्थित रही |