राजस्थान

पर्यावरण संरक्षण समय की महती आवश्यकता है : वाजा

बून्दी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com>> पर्यावरण संरक्षण आज की महती आवश्यकता है, क्योंकि पर्यावरण के बिना मानव अस्तित्व के कल्पना नहीं की जा सकती। उक्त विचार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विनोद कुमार वाजा ने उमंग संस्थान बूंदी के तत्वावधान में आज न्यायालय परिसर बूंदी पर बेजुबान पक्षियों के लिए परिंडे बांधते हुए कहे।
सचिव वाजा ने कहा कि महामारी के इस समय में पक्षियों को पेयजल की आवश्यकता पूर्ति करने में संस्थान का यह अभियान बहुत सराहनीय है। प्रत्येक व्यक्ति को पक्षी संरक्षण के लिए ऐसे कार्यों में सहभागिता करनी चाहिए। उन्होंने परिसर में परिंडे बांधकर इनकी नियमित देखभाल की व्यवस्था भी की।
संस्थान के उपाध्यक्ष और सेवबर्ड्स कार्यक्रम के संयोजक विनोद कुमार गौतम ने लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए घर में रहकर बेजुबान पक्षियों के लिए पेयजल और दाना पानी की व्यवस्था की अपील की। इन्होंने कहा कि बढ़ते गर्मी की तपन और तेज धूप में भूख प्यास से व्याकुल बेजुबान पक्षियों के प्रति अपने नैतिक दायित्व निभाते हुए संस्थान द्वारा निरंतर जिले में ही नहीं जिले के बाहर भी यह अभियान चलाया जाकर नियमित रूप से परिण्डें बाँधे और बंधवाये जा रहे हैं। यह अभियान पूरे जून माह तक चलाया जाएगा।
सेवबर्ड्स कार्यक्रम की प्रभारी अनुराधा जैन ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अपने हुनर और अपने अंदर की प्रतिभा को निखारते हुए परिण्ड़े घर पर बनाऐ जा सकते हैं। घर में बेकार पड़ी पुरानी मटकियों, तेल आदी की पुरानी और खाली पीपीयों का सदुपयोग कर यह परिण्ड़े घर पर बना कर उपयोग कर सकते है।
जैन ने बताया कि इन बेजुबान पक्षियों के लिए कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए संस्थान द्वारा ऑनलाइन फोटो कॉन्टेस्ट भी करवाया जा रहा है, जिसमें कोई भी व्यक्ति बेजुबान पक्षियों के लिए परिंडे लगाते हुए अपनी फोटो उमंग संस्थान के फेसबुक पेज पर डाल कर भाग ले सकता है और प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार जीत सकता है।
इस अवसर पर संस्थान के समन्वयक सर्वेश तिवारी, शुभम गोयल व विधिक प्राधिकरण के चंद्रवीर सिंह उपस्थित रहे।