जिला प्रबंधक ने किया भिंण्ड शहरी केन्द्र का औचक निरीक्षण
भिण्ड । कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह रावत के निर्देशानुसार जिले में नवीन लोक सेवा केन्द्र संचालकों (चयनित निविदाकार ऑपरेटर) उपरांत विभाग द्वारा लगातार केन्द्रों की मॉनिटरिंग एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेने के क्रम में आज लोक सेवा प्रबंधन विभाग के जिला प्रबंधक भानु प्रजापति द्वारा लोक सेवा केन्द्र भिण्ड शहरी का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान हेल्प डेस्क, सूचना फ्लेक्स, अधिकारी चैबर की साफ सफाई एवं व्यवस्था पर प्रशंसा व्यक्त की गई, किन्तु संचालक को केंद्र परिसर के बाहर नगर पालिका से समन्वय स्थापित कर पार्क बनाने एवं दूसरा प्रवेश द्वारा शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए, ताकि आवेदकों को आने में परेशानी ना हो। यह भी संज्ञान में लिया गया कि विभिन्न विभाग की गतिविधियों को ऑडियो वीडियो विजुअल्स के माध्यम से निरंतर प्रचारित किया जाय, जिस संबंध में केन्द्र पर व्यवस्था की गई है। केन्द्र में कर्मचारी के यूनिफॉर्म में ना होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की एवं दो दिवस का समय देते हुए शक्त हिदायत दी कि आगे इस तरह के रवैऐ पर उक्त केंद्र संचालक के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाहीं आरएफपी अनुबंध में निहित प्रावधान अनुसार की जाएगी। जिला प्रबंधक भानु प्रजापति ने केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर, आवेदन पंजी आदि का निरीक्षक किया। ज्ञात हो कि कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह रावत के निर्देशानुसार लोक सेवा केंद्रों को आदर्श सेवा केंद्र के रूप में विकसित किया जाने का कार्य प्रगति पर है, जिससे आवेदकों को एक ही जगह लोक सेवा गारंटी, समाधान एक दिवस, आधार पंजीयन, आयुष्मान पंजीयन, भू अभिलेख की सेवाएं एवं सीएससी एमपी ऑनलाइन आदि की सेवाएं भी दी जा सके। इससे शासन को एलएसके को भुगतान करने वाले वीजीएफ मे कमी आएगी एवं आवेदकों को भी सुविधा आसानी से मिल पाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि लोक सेवा केन्द्र पर किसी आवेदक से वैधानिक शुल्क के अलावा इक रुपए भी ज्यादा ना लिया जाए। ज्ञात हो कि भिंड ग्रामीण के पूर्व संचालक को 5 रुपए ज्यादा लेने पर कलेक्टर द्वारा जांच प्रतिवेदन उपरांत 5 हजार का अर्थदंड अधिरोपित किया गया था। प्रजापति ने लोक सेवा केन्द्र संचालक को स्पष्ट निर्देश दिए कि केंद्र में सभी तरह से कविड 19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएं एवं आवेदकों को मास्क उपलब्ध करवाएं जाएं।