राजस्थान

मानस’ अभियान के तहत राजकीय महारानी बालिका स्कूल को मॉडल के रूप में करें विकसित – कलेक्टर

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- पानी, बिजली, मौसमी बीमारियों संबंधी साप्ताहिक समीक्षा बैठक सोमवार को जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्माण हो चुके शौचालयों के भुगतान की राशि समय पर हो। ऐसे गांव जहां बरसों से कचरा पडा है, अगले दो सप्ताह में अभियान चलाकर सफाई की जावे। डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर यह कार्य करवाया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालयों तथा आंगनबाडी केन्द्रों में क्षतिग्रस्त शौचालय के मरम्मत संबंधी प्रस्ताव मुख्य कार्यकारी अधिकारी को बनाकर भिजवाए जावे। जिला कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके विभाग द्वारा बनवाए गए भवनों का उपयोग सुनिश्चित हो। साथ ही अधूरे भवन निर्माण को भी पूरा करवाकर उनका उपयोग हो। महात्मा गांधी नरेगा योजना में श्रमिकों को भुगतान समय पर मिले। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिला परिषद एवं शिक्षा विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर ब्लॉक स्तर पर मॉडल लाईब्रेरी स्थापित करने की कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग बेहतर तालमेल के साथ कार्य करें, ताकि आमजन को किसी तरह की असुविधा नहीं हो। साथ ही समय और धन की भी बचत हो। जिला कलक्टर ने सड़कों की समीक्षा के दौरान नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए कि शहर की जिन सड़कों पर गड्ढे ज्यादा है, उन्हें भरवाया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि 31 मार्च से पहले जिले के सभी स्कूलों एवं आंगनबाडी केन्द्रों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्ति की जावे। इसमें इस बात का विशेष ध्यान रखा जावे कि कोई भी स्कूल और आंगनबाडी केन्द्र शुद्ध पेयजल आपूर्ति से वंचित नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि चिन्हित स्कूलो में सुलेख अभियान के तहत 26 जनवरी से पहले बैंच उपलब्ध हो, इसके लिए जनप्रतिनिधियों तथा भामाशाहों का सहयोग लिया जावे। बाल कल्याण समिति तथा शिक्षा विभाग मिलकर मिशन मानस अभियान के तहत राजकीय महारानी बालिका स्कूल को मॉडल के रूप में विकसित करे। उन्होनें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि चिरंजीवी योजना तथा संस्थागत प्रसव, आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड की प्रगति की ओर विशेष ध्यान देकर बढाया जावे। शिक्षा व चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि स्कूलों के आसपास किसी भी तरह के नशे के उत्पादों की बिक्री नहीं हो। इस कार्य में पुलिस की भी मदद ली जावे। साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा यह भी सुनिश्चि किया जावे कि स्कूलों में किसी भी तरह के नशे के उत्पाद का प्रयोग नहीं हो। निःशुल्क गणवेश वितरण योजना में आवश्यकता होने पर भामाशाहों का सहयोग लिया जा सकता है। आईसीडीएस विभाग एवं चिकित्सा विभाग अम्मा कार्यक्रम के तहत कुपोषित बच्चों को पोषण प्रदान करें। उन्होंने निर्देश दिए कि आंगनबाडी केन्द्रों में आने वाले सभी बच्चों की उपस्थिति दर्ज की जावे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश कुमार चौधरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी करतार सिंह, नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह ससोदिया, अधीक्षण अभियंता वीके जैन, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तेज कंवर, उपनिदेशक कृषि विस्तार रतनलाल मीणा, सीएमएचओ डॉ. ओपी सामर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।