जल संरक्षण के सार्थक कार्य हों, बावड़ियों को संवारें- जिला कलेक्टर
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-राजीव गांधी जल संचय योजना (प्रथम चरण) अंतर्गत आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को जिला कलेक्टर रेणु जयपाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जल संरक्षण एवं संग्रहण के उद्देश्य से क्रियान्वित की जा रही इस योजना में कार्यों को समयद्धता और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए ताकि योजना का उद्देश्य पूरा हो सके। उन्होंने कहा कि बावडि.यों के शहर के नाम से विख्यात बूंदी की प्रमुख बावडि.यों को भी इस योजना में संवारा जाए।
जिला कलेक्टर ने योजना के अंतर्गत अब तक हुई प्रगति एवं भविष्य की कार्य योजना के विषय में विस्तार से जानकारी ली।उन्होंने निर्देश दिए कि सार्थक कार्यों को इसमें शामिल किया जाए तथा प्रक्रियाओं को त्वरित रूप से पूरा करते हुए कार्यों को अंजाम दिया जाए।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा सामाजिक सरोकारों के अंतर्गत बावडियों के संरक्षण की कार्य योजना बनाई जाए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि कार्यों का नियमित निरीक्षण किया जाए। गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। जिन विभागों के कार्य लंबित हैं उन्हें त्वरित गति से पूरा किया जाए। ग्राम पंचायत स्तर तक सुनियोजित कार्य योजना तैयार कर क्रियान्विति की जाए। पूर्ण हो चुके कार्यों की सफलता की कहानियां संकलित की जाएं।
सीईओ जिला परिषद मुरलीधर प्रतिहार ने योजना के संपूर्ण परिदृश्य पर प्रकाश डाला। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सीएल सालवी ने योजना की प्रगति एवं कार्य योजना के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बजट घोषणा की इस योजना में 10 विभागों के सहयोग से 5399 कार्य किए जाने हैं । इनमें से 907 कार्यों की 2203. 47 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। योजनांतर्गत 1153.89 लाख लागत के 588 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं एनजीओ प्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद रहे।