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पेयजल समस्या का समाधान करो, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-गर्मी शुरू होने के साथ ही जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की बदइंतजामी के चलते शहर के कई इलाकों में पानी की किल्लत झेल रहे लोग उग्र आंदोलन करने को मजबूर होने लगे है। शहर में पेयजल आपूर्ति को लेकर की गई विभागीय व्यवस्था चौपट हो चुकी है और सुबह की दिनचर्या पानी की इंतजाम करने में बीत रही है। पार्षदों की अगुवाई में लोगों ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को गंदा पानी पिलाने की कोशिश की और कार्यालय में गंदा पानी डाल दिया।
शहर में गड़बडाई जलापूर्ति
व्यवस्था में सुधार को लेकर आज वार्ड संख्या 10,11,12,14 के लोगों ने पार्षद इरफान अंसारी इलम के नेतृत्व में कलक्ट्रेट परिसर पहुंच जमकर नारेबाजी की। जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर वाडों में पानी की बिगड़ी हुई व्यवस्था को सुधारने की मांग उठाई। पार्षद इरफान अंखरी ने समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। ज्ञापन देने वालों में पार्षद जमकर हुसैन मोहम्मद रजा, मारायण मंडोवरा, निखिल कोठारी रामचरण मंडोवरा, कैलाश भाई, रजिया, कैलासी बाई, अजय गुप्ता, रिवाज, चन्दा शर्मा, अकरम भाई, रईसा बाई शादाब, असलम, हमीद भाई, मुख्तियार आदि शामिल रहे।
बिना दबाव के बस 15 से 20 मिनट जलापूर्ति
वार्डवासियों ने बताया कि वार्डों में सिर्फ 15 से 20 मिनट तक जलापूर्ति हो रही है, उसमें प्रेशर नहीं होने से पीने के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है। कई दिनों से पाइप लाइन के वॉल खराब होने और पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण से घरों में पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं जलदाय विभाग ने पेयजल आपूर्ति के लिए कोई समय भी निधर्धारित नहीं किया हुआ है। इसके चलते परेशानी बढ़ गई है। विभागीय अधिकारियों को समस्या से कई बार अवगत कराने वो बाद भी समाधान के नाम पर सिर्फ आश्वासन देकर परेशान किया जा रहा है।
तीन दिन से नहीं आ रहा पानी
पुराने शहर के वार्ड 59 में भी पेजवल आपूर्ति बिगड़ी हुई है। यहां तीन दिन से नलों में पानी नहीं आ रहा है। लगातार जलदाय विभाग के अधिकारियों को वॉल्व सही कराने को लेकर अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्या का सामधान नहीं हुआ। लोगों ने बताया कि पानी की टंकी नहीं भरने के चलते समस्या बनी हुई है और विभाग के अधिकारी जिम्मेदारी लेने की जगह आरवूआईडीपी पर पक्षन लड़ने तोड़ने का ठीकरा फोड़कर बचने की कोशिश कर रहे है और समस्या का समाधान करने की प्रयास नहीं हो रहा।
बूंदी चम्बल पेयजल परियोजना का नहीं मिल रहा लाभ
करोडों रुपयों की लागत से बूंदी बस्वल पेयजल परियोजना ने शहर में पेयजल समस्याओं का स्थाई समाधान कर दिया, लेकिन विभाग की कार्यशैली गर्मी के मौसम में आफत बन जाती है। पेयजल उपलब्ध होने के चावजूद लोगों को नहीं मिल रहा है। लोग अपने स्तर पर इधर उधर से पानी जुटाने को मजबूर है।