दिल्ली

ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के नवीन पदाधिकारियो की हुई नियुक्ति,सौंपी गई जिम्मेदारी

नई दिल्ली.Desk/ @www.rubarunews.com- ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद के निर्देश पर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के नवीन पदाधिकारियों की नियुक्ति एवं पुनर्गठन का प्रस्ताव कोर ग्रुप की बैठक में सर्वसम्मति से पारित किया गया है। इस संबंध में ग्लोबल महासचिव अनुराग सक्सेना ने बताया कि नवीन पदाधिकारी के रूप में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ नम्रता आनन्द, बिहार प्रभारी – सेवा कार्य एवं मानवाधिकार प्रकोष्ठ, हीरालाल कर्ण, दिल्ली प्रभारी सदस्यता अभियान, श्रीमती ऋतु खरे मध्य उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय सचिव, दीपश्रेष्ठ बिहार सह प्रभारी – कला एवं संस्कृति, सौरव वर्मा, झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष,बिहार प्रदेश दीपक अभिषेक,पूर्वी उत्तर प्रदेश – डॉ सम्पूर्णानन्द अस्थाना जौनपुर (पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी शशिकांत श्रीवास्तव के स्थान पर ग्लोबल वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव होंगे ) उन्होंने बताया कि मीडिया प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव अमेठी, उत्तर प्रदेश,राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा बिहार, कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार बिहार, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती श्रुति सिन्हा, दिल्ली, पवन सक्सेना महाराष्ट्र,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती सोमिका श्रीवास्तव, दिल्ली,राष्ट्रीय महासचिव डॉ शिवानी गौड़ बिहार, महिला प्रकोष्ठ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं संयोजक श्रीमती रचना सक्सेना राजस्थान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती ज्योति दास बिहार,राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती रश्मि सिन्हा शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर राजीव सक्सेना राजस्थान,युवा प्रकोष्ठ राष्ट्रीय संयोजक शुभम वर्मा मध्य प्रदेश, बिहार प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक शंकर, चिकित्सा प्रकोष्ठ राष्ट्रीय संयोजक डॉ मनीष प्रकाश हिमाचल प्रदेश को जिम्मेदारी दी गई है। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने सभी पदाधिकारियों से कहा है कि अपने दायित्वो का निर्वाहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करें जिससे जीकेसी और नित नई ऊंचाइयों को छू सके। वही ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव ने कहा कि आज कायस्थ समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है। समाज का बिखराव ही समाज के विघटन का कारण बनता है।