मध्य प्रदेशश्योपुर

जिंदगी के फ्रेम में अपने आचरण की ऐसी तस्वीर लगाओं जो अनुकरणीय हो Put in the frame of life a picture of your conduct which is exemplary.

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर संजय कुमार ने अपने नवाचार ‘‘अरमानो के पंख‘‘ कार्यक्रम के तहत आज शनिवार को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कराहल के विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि जिदंगी की फ्रेम में अपने आचरण की ऐसी तस्वीर लगाओं जो लोगों के लिए अनुकरणीय हो, पढाई एवं व्यवहार एवं अपने संस्कारों से अपने आप को गुणवान बनाने के लिए मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आंनन्द की अनुभूति और आत्मसंतोष के लिए अपने पेशन को ही प्रोफेशन के रूप में चुनो तो ज्यादा बेहतर होता है। उन्होने कहा कि अभी आपकी अवस्था किशोरवय है, अगले 6-7 साल की मेहनत की आपके लिए जीवन का मुकाम तय करेंगी, इसलिए पूरी मेहनत के साथ अभी अपना कार्य करें। सफलता का अर्थ यह नही है कि हम कुछ बने, बल्कि आत्म संतोष बडी चीज है। ऐसा जीवन जीये जिससे दुनिया, समाज, सुमदाय, मानवता के लिए कुछ किया जा सकें।

जिंदगी के फ्रेम में अपने आचरण की ऐसी तस्वीर लगाओं जो अनुकरणीय हो Put in the frame of life a picture of your conduct which is exemplary.

कलेक्टर संजय कुमार ने मोटिवेशन क्लास में बच्चों से रूबरू होते हुए कहा कि अपने आप को पहचानो अपनी प्रकृति, विचार, क्षमता और रूचि के अनुसार अपने कैरियर का चुनाव करते हुए उस दिशा में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करते हुए आगे बढे, लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप न बने, बल्कि जिसके पढने में आनन्द प्राप्त होता हो, वह पढे, पढाई के अलावा खेल, साहित्य, चित्रकला, गीत-संगीत आदि कई क्षेत्र ऐसे है, जिनका चुनाव अपनी प्रतिभा के आधार पर किया जा सकता है। जीवन में सदैव सकारात्मक रहें, कुछ बनने के ख्वाब पाले, यह हमें एनर्जी देता है। मनुष्य ही ऐसा जीव है, जो विवेक रखता है। आगे बढने के लिए अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेता है, जीवन में आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हमें कुछ न कुछ काम तो करना ही पडता है। सबकी अपनी-अपनी भूमिकाएं होती है, लेकिन आज आप अपनी भूमिका को तय करके उसे पाने की दिशा में अपने आप को ले जा सकते है, मन के अनुरूप भूमिका हो तो जीवन में आनन्द बढ जाता है। जीवन में प्रसन्नता बहुत जरूरी है, आप एक व्यक्ति के तौर पर कितने अच्छे इंसान हो यह ज्यादा मायने रखता है, समाज में रोल ऑफ स्टेटस की अवधारणा है। आप दुनिया में जिस प्रकार का दायित्व निभाओगे, आपको उस अनुसार ही स्टेटस मिलता है। अपने आप को अधिक से अधिक उपयोगी बनाना, हमारा लक्ष्य होना चाहिए। हम समाज और देश के लिए उपयोगी है, यह ज्यादा अहमियत रखता है।

एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कराहल में आयोजित उक्त कार्यक्रम के दौरान एसडीएम उदयवीर सिंह सिकरवार, डीपीओ महिला बाल विकास ओपी पाण्डेय, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण एमपी पिपरैया, सीईओ जनपद अभिषेक त्रिवेदी सहित विद्यालय के प्रिंसिपल तथा अन्य अधिकारीगण एवं विद्यालय के बच्चें उपस्थित थे। इसके पूर्व विद्यालय पहुंचने पर बच्चों द्वारा कलेक्टर संजय कुमार का स्वागत किया गया।

कलेक्टर संजय कुमार ने बच्चों को पढाई तथा आगे बढने और अपना लक्ष्य निर्धारित करने के संबंध में महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए कहा कि काम वह चुनो जिसमें आनन्द आता हो, रूचि के अनुसार विषय का चुनाव किया जायें, हर बच्चे में अंनन्त संभावनाएं विद्यमान है, यह समय आपके लिए महत्वपूर्ण है, यह ऐसी अवस्था है, जिसमें जीवन की दिशा और दशा दोनो तय होती है। आज का परिश्रम कल की खुशहाल जिदंगी का सबब बनता है।