मध्य प्रदेश

लॉकडाउन में फल, सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंचे, आमजन महंगाई से परेशान

भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> जिले में संक्रमण न फैले इसके लिए जिला प्रशासन ने कोरोना कफ्र्यू लगा दिया है और दवाओं की दुकानों अलावा सभी प्रकार की सामग्री बिक्री पर प्रतिबंध लगा हुआ है। आमजन को राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने सब्जी, फल सहित होम डिलेवरी के लिए छूट दे रखी है कोरोना महामारी के चलते सुबह सिर्फ थोक मंडी लगती है जहां से छोटे-मोटे व्यापारी फल, सब्जी खरीदकर गली-मोहल्लों में बिक्री करते हैं। लेकिन महंगे व मनमाने दामों के चलते आम जनता परेशान है। एक तरफ लोग कोरोना संक्रमण के अलावा टाइफाइड, मलेरिया आदि बीमारियों से जूझ रहे हैं तो दूसरी तरफ मंहगाई की मार से आमजन की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने वाली हरी सब्जियां व फल के दाम इन दिनों आसमान छू रहे हैं। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो गया है कि जिला प्रशासन रोजाना फल, सब्जियों के रेट सूची जारी कर सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल करना चाहिए ताकि व्यापारियों की मार आमजन को परेशान कर सके। आम दिनों में सब्जियों से लेकर फल सभी कुछ बहुत ही सस्ते दामों में बिक्री हो रहे थे जैसे हरी सब्जियां 10 से 15 रुपये किलो, फल बहुत ही सस्ते मिल रहे थे जो इन दिनों चार गुना महंगे जिस कारण लोग बीमारियों से ठीक होने की बजह और ग्रस्ति होते जा रहे हैं एक तो सभी लोगों के काम धंधे बंद है ऊपर से मंहगाई उन्हें परेशान कर रही है फिर भी जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

कोरोना काल में सब्जी खाना मुहाल

कोरोना काल में आम लोगों के लिए सब्जी खाना मुहाल हो गया है, हरी सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गये है जैसे तुराई 40 से 50 रुपये किलो, पालक 20  रुपये किलो, हरी मिर्ची 50 रुपये किलो, नीबू 120 रुपये किलो, खीरा 30 रुपये, ककड़ी 30 रुपये इसके अलावा अधिकांश हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं सुबह के दाम कुछ और होते है शाम होते ही आधे हो जाते है सवाल यह बात समझ में नहीं आ रही है अगर कोई सब्जी महंगी आई है तो दिनभर रेट एक समान होना चाहिए तो शाम को कैसे रेट बदल जाते है यहां पर ग्राहकों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। व्यवसायियों का कहना है कि यदि संक्रमण के कारण लॉकडाउन का दायरा बढ़ता है तो बाहर से आने वाले फल और भी महंगे हो गये है इसलिए महंगे दाम में बिक्री कर रह हैं। फिलहाल दाम में वृद्धि के बावजूद संक्रमण से बचाव को लेकर हर एक प्रयास करने में जुटे लोग इम्युनिटी पावर बढ़ाने के उद्देश्य से खरीदारी में कोई ढील बरतना नहीं चाह रहे है।

रेट लिस्ट होना होनाी चाहिए जारी

जिला प्रशासन को रोजाना सब्जी व फल की रेट लिस्ट जारी करना चाहिए जिससे आमजन को ठगी होने से बचाया जा सके। पहले कोरोना संक्रमण के दौरान सब्जी, फल की बिक्री होने के लिए रोजाना रेट सूची जारी होती थी, लेकिन इसबार इस तरह का जिला प्रशासन ने कदम नहीं उठाया तो व्यापारी महंगे दामों पर फल, सब्जी बिक्री कर रहे है जिससे आमजन की रसोई से फल, हरी सब्जियां गायब हो गई हंै।