राजस्थान

लवकुश वाटिका जंगल के प्रति प्रेम बढाने में मददगार साबित होगी – चांदना Lavkush Vatika will prove to be helpful in increasing love for the forest – Chandana

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> आने वाले समय में लव कुश वाटिका बून्दी ज़िले में पर्यटन को बढाने और जंगल के प्रेम बढ़ाने में मददगार सिद्ध होगी, ऐसा कहना हैं, युवा मामले, खेल तथा सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री अशोक चांदना का। चांदना मंगलवार को राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत भीमलत की प्राकृतिक वैली में जिला स्तरीय वन महोत्सव एवं 2 करोड़ की लागत से बनाई गई लवकुश वाटिका के लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
राज्यमंत्री ने कहा कि जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। हमारी जिम्मेदारी जंगल बचाने के लिए आने वाली पीढ़ी के लिए इनका संरक्षण होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने लव कुश वाटिका के रूप में बूंदी जिले को बेहतरीन सौगात दी है। उन्होंने कहा कि वन विभाग कई सालों से वन एवं वन्यजीवों के संरक्षण के लिए पूरी सक्रियता से कार्य करते आमजन की पर्यावरण रूपी धरोहर की रक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए कार्य करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। पर्यावरण संरक्षण वर्तमान समय की महत्ती जरूरत है।

लवकुश वाटिका जंगल के प्रति प्रेम बढाने में मददगार साबित होगी – चांदना Lavkush Vatika will prove to be helpful in increasing love for the forest – Chandana

 वरदान साबित होगी टाइगर सेंचुरी
राज्य मंत्री चांदना ने कहा कि बूंदी में जिले में  टाइगर सेंचुरी का होना सौभाग्य की बात है। आने वाले समय में इससे जो पर्यटन इंण्डस्ट्रीज विकसित होगी, उससे जिले की 10 प्रतिशत आबादी को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि टाईगर सेंचुरी बूंदी जिले के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि टाइगर सेंचुरी की भौगोलिक परिस्थिति ऐसी है, जिससे इसका लाभ हर जिले वासी को मिलेगा। टाइगर रिजर्व की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है। जिले को विकास के पथ पर आगे ले जाने में टाइगर सेंचुरी बडा माध्यम बनेगी।
इस अवसर पर उपवन संरक्षक ओपी जांगिड ने बताया कि पर्यावरण  संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष वन महोत्सव का आयोजन जाता है। लव कुश वाटिका को पर्यटन की दृष्टि से देखते हुए आकर्षक व सुंदर रूप दिया गया है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह वाटिका बहुपयोगी सिद्ध होगी। कार्यक्रम में पर्यावरणविद पृथ्वी सिंह राजावत ने भीमलत व बूंदी जिले की प्राकृतिक जैव विविधता की जानकारी दी।
इस दौरान राज्यमंत्री ने फीता काटकर लव कुश वाटिका को आम जनता के लिए खोला। बाद में 74 वें जिला स्तरीय वन महोत्सव के तहत विभिन्न प्रजातियों के 101 पौधे लगाए गए। कार्यक्रम में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुढ़ानाथावतान इको क्लब के विद्यार्थियों ने पौधारोपण में सहयोग किया।
पर्यावरण संरक्षण के कार्यों के लिए किया पुरस्कृत
कार्यक्रम में राज्यमंत्री श्री चांदना ने पर्यावरण एवं वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया। समारोह में वन विभाग के द्वारा जिले में वन एवं वन्यजीवों के संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने तथा गुढ़ा स्कूल में तितली उद्यान विकसित करने के लिए पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक पृथ्वी सिंह राजावत को जिला स्तरीय वृक्ष वर्धक पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार द नाहर फाउंडेशन , करण सिंह गुढ़ा फार्म, राधेश्याम सैनी, कृष्ण मुरारी शर्मा, आदि को भी उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
इस दौरान उप वन संरक्षक रामगढ़ विषधारी अभयारण्य संजीव शर्मा, बलभद्र सिंह, वन्यजीव प्रेमी बिट्ठल सनाढ्य, गुढ़ा सरपंच कालू लाल, नीम का खेड़ा सरपंच भोपाल सिंह चौहान, बलराज सिंह गुढ़ा फार्म, रामकरण गुर्जर सहित वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। संचालन भूपेंद्र कुमार शर्मा ने किया।