ताजातरीनराजस्थान

मैंने सिर्फ समिति में शामिल होने की स्वीकृति दी – वंशवर्धन सिंह बूंदी

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> हमारे पूर्वजों का सदैव इतिहास रहा है कि हमने गौरवशाली क्षत्रिय परम्परा के अनुसार त्याग एवं बलिदान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हाड़ौती का सर्व समाज हमारा सिरमौर है। उसी की भावना के अनुसार हम सदैव संकल्पित रूप से उसकी अनुपालना करते रहेंगे। यह कहना है बूंदी के पूर्व राजपरिवार के सदस्य वंशवर्धन सिंह का।
पूर्व राजपरिवार के सदस्य वंशवर्धन सिंह ने तुलसी गांव स्थित बूंदी के पूर्व नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी ध्वस्त करने के मामले में प्रेस रिपोर्ट सहित विभिन्न माध्यमों के आधार पर फैलाई जा रही अफवाह का खंडन करते हुए कहा कि बूंदी के 9 वें शासक राव सूरजमल जी की छतरी को गैर जिम्मेदाराना तरीके से ध्वस्त किए जाने के बाद उसे अन्य स्थान पर ले जाने के लिए मेरी ओर से स्वीकृति दी गई है, यह जानकारी नितांत असत्य और भ्रामक है। उन्होंने ऐसी किसी भी मांग या योजना को स्वीकार नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि कलेक्टर (केडीए आयुक्त) ने उन्हें मामले के संदर्भ में एक समिति का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने समिति में शामिल होने के इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है, इसके अलावा कोई सहमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए राव सूरजमल की छतरी का उचित तरीके से पुनर्निर्माण ही रहेगा।मुझ समेत राजपरिवार के किसी भी सदस्य की ओर से ऐसी किसी बात का समर्थन नहीं किया गया है। राव श्री सूरजमल जी के वंशज एवं बूंदी राज परिवार के मुख्य सदस्य होने के नाते कोटा जिला कलेक्टर व केडीए आयुक्त ने इस समिति में बतौर संरक्षक शामिल होने का अनुरोध किया था ,जिसे मैंने कोटा-बूंदी के विकास हित में भारत और राजस्थान सरकार तक हाड़ौती की जनभावना पहुंचाने के उद्देश्य से स्वीकार किया है।
इन्होंने बताया कि अब तक हुई बैठक में मैंने स्पष्ट रूप से यह कहा है कि छतरी स्मारक को मूल स्थान पर ही रखा जाए। साथ ही हमारा संकल्प है कि हम हमारे पूर्वज और महान शासक राव श्री सूरजमल जी हाड़ा की छतरी स्मारक और उनके वैभव को यादगार बनाने की दृष्टि से एवं हवाई अड्डे का नाम “राव श्री सूरजमल हाड़ा” की स्मृति में रखवाने का प्रस्ताव भेजेंगे और जन सहयोग से भी इस दिशा में हर संभव प्रयास करेंगे।

इन्होंने बताया कि मैंने राव सूरजमल हाड़ा जी की छतरी के मूल स्थान के पुनर्निर्माण के लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश उपाध्यक्ष नाहर सिंह जोधा, प्रदेश मंत्री महेंद्र कुमावत, राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग सहित बूंदी के विधायक हरि मोहन शर्मा जैसे प्रमुख लोगों से व्यक्तिगत रूप से प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात कर समर्थन की मांग की हैं, साथ ही इस विषय पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू पत्र प्रेषित कर उचित कार्यवाही का आग्रह किया हैं।