राजस्थान

पार्षदों के विरुद्ध एकतरफा कार्यवाही के विरोध में सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे Hundreds of people took to the road to protest against the unilateral action against the councilors

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> नगर परिषद के पार्षदों के विरुद्ध आयुक्त के द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज करवाये जाने व कर्मचारियों की हड़ताल के द्वारा पार्षदों की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के विरोध में सोमवार को प्रदर्शन करते हुये बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आये। बूंदी के विभिन्न वार्डो से आये सैकड़ो लोगो ने जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुये कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जिला कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी सोहनलाल को ज्ञापन सौंप कर 7 दिवस में पार्षदों के विरुद्ध मुकदमा निरस्त नहीं किए जाने और आयुक्त के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं होने पर जिला कलेक्ट्रेट का घेराव करने की चेतावनी भी दी।

प्रशासन ने द्वेषतापूर्ण एक तरफा कार्यवाही का लगाया आरोप

ज्ञापन में वार्डो के वासियों ने कहा गया है कि बूंदी नगर परिषद के उपसभापति और सभी पार्षद अपने वार्ड के विकास कार्यों के लिये आयुक्त से मुलाकात कर रहे थे। शहर के वार्डों की जनसमस्याओं और शहर में घूम रहे आवारा मवेशियों, बोरिंग व देवपुरा सड़क व अडानी को बेची गई भूमि को निरस्त करवाने जैसे जनहित के मुद्दो पर पार्शदों के सवालों के जवाब देने और अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन करने की बात पर तिलमिला कर  आयुक्त ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर झूठे मुकदमे दर्ज करवाये हैं। जबकि आयुक्त ने दो दलित पार्षदों को जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। पार्षदों द्वारा आयुक्त के विरुद्ध परिवाद दिया गया था, लेकिन प्रशासन ने द्वेषतापूर्ण एक तरफा कार्यवाही की है।

पार्षदों के विरुद्ध एकतरफा कार्यवाही के विरोध में सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे Hundreds of people took to the road to protest against the unilateral action against the councilors

7 दिन में कार्यवाही नहीं हुयी तो हजारों लोग करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव

सभी वार्डो के वासियों ने ज्ञापन देकर बताया कि अगर 7 दिन में पार्षदों के विरुद्ध दर्ज मुकदमे निरस्त नहीं किए गए तो बूंदी के हजारों व्यक्ति प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी बूंदी जिला प्रशासन की होगी। इन्होंने सभी पार्षदों को निर्दोष बताते हुए प्रशासन और पुलिस इस मामले में दबाव में काम आरोप लगाया। वाउ वासियों ने दो दलित पार्षदों को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने की रिपोर्ट पर अतिशीघ्रता से आयुक्त के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की। इस दौरान पूर्व कांग्रेस नेता महबूब शेरवानी, व्यापारी किशनचंद एवरग्रीन, शाहिद हुसैन, गोलू, पूर्व पार्षद प्रेम प्रकाश गोचर, अलीमुद्दीन, सद्दाम भाई, शाहिद हुसैन, ईद मोहम्मद भाई, धन्ना लाल जी, चिराग भाई, शबाना, तस्लीम,शहजाद अंसारी, व अन्य कई लोग शामिल रहे।

गिरफ्तार 2 पार्षदों को मिली जमानत, आयुक्त की रिपोर्ट पर 1 पार्षद और गिरफ्तार

नगर परिषद आयुक्त की रिपोर्ट पर पिछले दिनों जयपुर में मुख्यमंत्री आवास के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो वार्ड पार्षद प्रेम प्रकाश एवरग्रीन औश्र साबिर खान की जमानत अर्जी को स्वीकार करते हुऐ न्यायालय जमानत दे दी। वहीं नगर परिषद के आयुक्त के साथ हुई अभद्रता करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने सोमवार रात्रि को जयपुर से पीछा करते हुए पेच की बावड़ी के समीप स्थित टोल प्लाजा से मनोनीत पार्षद भैरुलाल महावर को पकड़ लिया। सीआई सहदेव मीणा ने बताया कि आरोपी पार्षदों की धरपकड़ के लिए अलग-अलग टीमें लगी हुई है। भैरुलाल के जयपुर में होने की सूचना मिली थी। वहां पहुंचे तो वह पुलिस को देखकर कार से बूंदी की ओर रवाना हो गया। उसे टोल प्लाजा के यहां कार रुकते ही पकड़ लिया। अनुसंधान के दौरान तीन और उप सभापति लटूर भाई, भैरूलाल और अनवर हुसैन के विरुद्व प्रकरण दर्ज किया था। इस मामले में आठ नामजद लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज है। इसमें से पुलिस तीन पार्षदों को गिरफ्तार कर चुकी है। लोगों के अनुसार उप सभापति पर प्रकरण दर्ज होने के बाद भी सार्वजनिक रूप से कार्यक्रमों में उपस्थिति चर्चा का विषय बनी हुई है।